शामली में सामने आया अनोखा फर्जीवाड़ा, एक हज़ार में बन रहा आयुष्मान कार्ड

REPORT-PANKAJ MALIK/शामली

जनपद में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया जहाँ पर एक एक हज़ार रुपए लेकर आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे थे। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी ने सीएमओ को तुरंत मौके पर भेजा और जांच रिर्पोट देने का निर्देश दिया। पुलिस लेकर गांव में पहुंचे सीएमओ ने कार्डों की पडताल की तो पूरे खेल का पर्दाफास हो गया। अब सीएमओ ठगे गए लोगों के सहारे आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश में जुट गए हैं जबकि आरोपी फरार हो गए है।

1 हजार में आयुष्मान कार्ड

दरअसल आपको बता दे कि पूरा मामला जनपद शामली का है जहाँ पर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह को किसी ने अवगत कराया कि बाबरी थाना क्षेत्र के गांव आदमपुर में एक गिरोह फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का धंधा कर रहा है। इसके लिये लोगों से प्रति कार्ड एक हजार रुपये वसूले जा रहे हैं तथा उन्हें किसी दूसरे के नम्बर का कार्ड फोटो और नाम बदलकर दिया जा रहा है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सीएमओ संजय भटनागर को तत्काल गांव में जाकर जांच करने के निर्देश दिए। पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे सीएमओ ने कार्ड धारकों से पूछताछ कर कार्डों की जांच की तो सभी कार्ड फर्जी पाये गए। सीएमओ ने ग्राीमणों से गहनता से पूछताछ करने के बाद उन्हें आरोपियों के खिलाफ पुलिस में तहरीर देने के निर्देश दिये हैं। सीएमओ का कहना है कि ग्रामीणों को जो कार्ड बनाकर दिये गए हैं वे पूरी तरह से फर्जी हैं और इस मामले की गहनता से जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ कडी कार्रवाई कराई जायेगी। पुलिस में ग्रामीणों द्वारा तहरीर दे दी गई है जिस पर मुकदमा कायम किया जा रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार पिछले एक सप्ताह से यह गिरोह गांव में सक्रिय था। दो युवक बाइक पर हर रोज गांव में आते थे और लोगों से प्रति कार्ड एक हजार रुपये लेकर आयुष्मान कार्ड बनाकर दे रहे थे। उन्होंने दावा किया था कि सरकार की इस योजना के तहत पात्रों को अधिक से अधिक लाभ देने के लिये गांव-गांव जाकर कार्ड बनाने का कार्य उन्हें दिया गया है। युवकों की बातों में आकर करीब डेढ सौ लोगों ने अब तक उनके जरिये आयुष्मान कार्ड बनवा लिये थे। बताया जा रहा है कि आसपास के गांवों में भी यह गिरोह सक्रिय था।

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जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दूसरे कई गांवों में भी उन्होंने लोगों से पैसे लेकर फर्जी कार्ड थमाये हैं। ग्रामीणों का कहना था कि दो युवक दूसरे-तीसरे दिन लोगों से उनके कागज और रुपये लेकर चले जाते थे और तीन-चार दिन बाद कार्ड तैयार करके लोगों को दे देते थे। ग्रामीणों से तहरीर मिलने के बाद बाबरी थाना पुलिस ने आरोपियों की कुंडली खंगालनी शुरु कर दी है। बताया जाता है कि शिकायत करने वाले ग्रामीणों ने पुलिस को उन युवकों के फोटो भी उपलब्ध कराये हैं। इन फोटों में दो युवक लेपटॉप पर काम करते हुए साफ नजर आ रहे हैं। सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने इन दोनों युवकों की पहचान करा ली है और जल्द ही इनको गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

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