
गोंडा के आवास विकास कॉलोनी में टैक्स प्रैक्टिशनर अरविंद कुमार पांडेय के आवास और कार्यालय पर आयकर विभाग की विशेष टीम ने लगातार दूसरे दिन छापेमारी जारी रखी। लखनऊ से आई आईआरएस अधिकारियों की टीम शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों के टैक्स रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं।

अरविंद पांडेय लंबे समय से जिले के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों और अन्य सरकारी कर्मचारियों के लिए आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने, कर कटौती और रिफंड से संबंधित कार्य करते रहे हैं। वे वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय के साथ समन्वय बनाकर वेतन, भत्ते और कर कटौती से जुड़े अभिलेख तैयार करते हैं।
कंप्यूटर, लैपटॉप और फाइलें सील
आयकर विभाग को टैक्स कटौती में गड़बड़ी और फर्जी दस्तावेजों के जरिए रिफंड लेने की शिकायतें मिली थीं। गुरुवार को शुरू हुई छापेमारी में शुक्रवार को भी दस्तावेजों की जांच जारी रही। टीम ने कंप्यूटर, लैपटॉप, पेन ड्राइव और फाइलों को सील कर जांच शुरू की है। किसी को भी परिसर में आने-जाने की अनुमति नहीं दी गई।
जांच का दायरा बढ़ने की संभावना
सूत्रों के मुताबिक, जांच का मुख्य फोकस कम टैक्स कटौती और गलत आईटीआर दाखिल कर रिफंड प्राप्त करने के मामलों पर है। आशंका है कि बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कर लाभ लिया गया। आयकर विभाग ने अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन जांच का दायरा बढ़ सकता है और अन्य लोगों से भी पूछताछ हो सकती है। इस कार्रवाई से जिले के शिक्षा विभाग और टैक्स प्रैक्टिशनरों में हड़कंप मचा है।