शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे कांग्रेस के ये नेता, किसे पता था नहीं दे पाएंगे आशीर्वाद

हरिद्वार। उत्तराखंड में कांग्रेस के बड़े नेता किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे। रास्ते में ही एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह कार में ही बल्कि स्कूटी से जा रहे हैं उनकी स्कूटी को किसी कार वाले ने टक्कर मार दी। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में जेपी पांडे सक्रिय नेताओं की लिस्ट में शुमार हैं।

शादी समारोह

बताया गया कि बीती रात जटवाड़ा पुल के पास सड़क दुर्घटना हुई। जिसमें उनकी मौत हुई। उनकी मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। वहीं कांग्रेस पार्टी भी शोकाकुल है। राजनीतिक जानकारों ने उनकी मौत को बड़ी राजनीतिक क्षति बताया है। जेपी पांडे चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के अध्यक्ष भी थे।

हादसा डॉक्टर सनी की कार से हुआ। संविदा पर कार्यरत सरकारी चिकित्सक डॉ. सनी कोहर निवासी मूल रूप से हिसार हरियाणा  की कार से जेपी पांडेय के वाहन को टक्कर लगी। कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी योगेश देव ने बताया कि जेपी पांडे अपनी परिचित महिला रश्मि चमोली और उनकी बिटिया को साथ लेकर स्कूटी से शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे।

अभी तक तहरीर नहीं मिली

उन्होंने रश्मि चमोली को पुल जटवाड़ा से बैठाया था। थोड़ी दूर चलते ही सामने से आ रही एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे पांडे और रश्मि चमोली तथा उनकी बिटिया घायल हो गए। कार चालक डॉक्टर सनी और सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस तीनों को भूमानंद अस्पताल लेकर गई।

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जहां कुछ देर चले उपचार के बाद जेपी पांडे का निधन हो गया। जबकि रश्मि चमोली और उनकी बेटी को हल्की चोट आई हैं। पुलिस के अनुसार डॉक्टर सनी कुछ दिन पहले तक उत्तरकाशी में तैनात था। जहां से उसका स्थानांतरण पौड़ी कर दिया गया था। लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की बात कहते हुए सनी ने पौड़ी में ज्वाॅइन नहीं किया था।

सनी बीती रात पौड़ी में ज्वाॅइनिंग देने के लिए जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया। फिलहाल सनी पुलिस की हिरासत में है। कोतवाली प्रभारी का कहना है कि अभी तक तहरीर नहीं मिली है। उसके बाद ही मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

राज्य आंदोलन की मजबूत आवाज थे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य आंदोलन की हरिद्वार में मजबूत आवाज रहे जेपी पांडे बेहद जुझारू प्रवृत्ति के नेता थे। हरिद्वार को उत्तराखंड में मिलाने की मांग को लेकर उन्होंने हरिद्वार में सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर कई साल तक अनवरत धरने का संचालन किया।

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राज्य गठन के बाद उन्होंने आंदोलनकारियों को चिन्हित आंदोलनकारी बनाने की लड़ाई बड़ी गंभीरता से लड़ी जो अभी भी जारी थी, हर रोज वह किसी न किसी मुद्दे को लेकर कभी जिलाधिकारी आवास तो कभी सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहते थे।

जेपी पांडे उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए गठित की गई संयुक्त संघर्ष समिति के प्रवक्ता भी रहे। राज्य गठन के बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए। इससे पहले वह उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के सक्रिय नेता थे और जिला महामंत्री रहे थे। लेकिन बाद में यूकेडी के नेताओं से मतभेद होने के बाद उन्होंने अपना अलग से उत्तराखंड क्रांति मंच के नाम से संगठन बनाया।

 

 

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