भारत की सड़कों पर चल रही ये दो कार हैं जानलेवा
नईदिल्ली। भारत में बनी रेनो क्विड और होंडा मोबिलियो एक बार फिर से क्रैश सेफ्टी टेस्ट में फेल हो गई है। सेफ्टी वॉच डॉग ग्लोबल (एनसीएपी) ने रेनो क्विड और होंडा मोबिलियो के सेफ्टी टेस्ट का चौथा राउंड लिया। दोनो ही कार टेस्ट में फेल हो गई हैं। एनसीएपी ने कहा कि होंडा और रेनो विदेशी मार्केट के लिए सुरक्षित कारें बनाती हैं। इन्हें भारतीय बाजारों के लिए भी ज्यादा सुरक्षित कार बनानी चाहिए।
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बता दें कि इस बार एनसीएपी के क्रैश टेस्ट के दौरान रेनो क्विड का 1.0 लीटर वर्जन और होंडा मोबिलियो का टेस्ट किया गया। क्रैश टेस्ट में रेनो क्विड 1.0 लीटर वर्जन को सिर्फ 1 स्टार मिला, वहीं दूसरी तरफ होंडा मोबिलियो खाता खोलने में भी नाकाम रही। होंडा मोबिलियो को 0 स्टार मिले।
पैसेंजर की सेफ्टी के लिए हुए टेस्ट में होंडा की हाल में लॉन्च कार मोबिलियो के बेसिक वर्जन का भी स्कोर जीरो रहा है। वहीं मोबिलियो के दो एयरबैग वाले वर्जन का रिजल्ट बेहतर रहा। जीएनसीएपी के मुताबिक, रेनो क्विड के लेटेस्ट वर्जन जिसमें ड्राइवर की साइड में एयरबैग लगे हैं, उसे अगली सीट पर बैठे वयस्क यात्रियों की सुरक्षा के लिए हुए टेस्ट में सिंगल स्टार मिला है। बिना एयरबैग वाले वर्जन सेफ्टी टेस्ट में फेल हो गए।
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रेनो इंडिया का अपनी सफाई में कहना है कि कंपनी के लिए यूजर सेफ्टी सबसे पहले है। हमारे सभी प्रोडक्ट्स इंडियन रेग्युलेटरी अथॉरिटी द्वारा निर्धारित जरूरी सुरक्षा के मानकों पर खरे उतरते हैं।