रक्षा-कारोबार में साथ देने पर भी मोदी यहां खा गए मात, मेन स्ट्रीम पर ओली ने खींचा हाथ

नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री बनने के बाद केपी शर्मा ओली पहली बार भारत दौरे पर हैं। शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने पीएम मोदी के साथ हिस्सा लिया। यहां दोनों ने आपसी सहयोग और सुरक्षा के मुद्दे पर सहमती जताई। वहीं पीएम मोदी ने भी नेपाल को सपोर्ट करने का ऐलान किया। वहीं भारत से नेपाल तक रेल लाइन बनाने की बात कही। लेकिन एक मामले में दोनों के विचार अलग मिले।

जेटली की जिंदगी के लिए तैनात की गई 10 डॉक्टरों की टीम, होगा ऑपरेशन

केपी शर्मा ओली

जहां एक ओर पीएम मोदी ने दोनो देशों की सीमाओं का अन्य के द्वारा गलत इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगाने की बात कही।

वहीं ओली ने साफ़ कहा कि यदि इशारा चीन की ओर है तो दोनो ही देशों के साथ हमारे अच्छे रिश्ते हैं। इसलिए हम दोनों के साथ चलने का मौका चाहते हैं। जहां तक वन बेल्ट वन रोड की बात है तो इस योजना को लेकर हमारा रवैया तटस्थ है।

सोल्जर्स के लिए आई स्पेशल ‘आर्मी सफारी’, लोहालाट गाड़ी की तस्वीरें आईं सामने

खबरों के मुताबिक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारत और नेपाल के बीच रक्षा, व्यापार और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर बल दिया गया।

पीएम मोदी ने कहा कि हम नेपाल का सपोर्ट करते आए हैं और आगे भी इसे जारी रखेंगे। भारत और काठमांडू के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी समहति जताई गई।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग से नेपाल के लोकतंत्र को बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि भारत और नेपाल को जोड़ने के लिए दोनों देशों के बीच काठमांडू तक रेल लाइन बनाने पर सहमति बन गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच मजबूत रक्षा और सुरक्षा संबंध हैं। हम साथ में अपनी खुली सीमाओं के गलत इस्तेमाल पर रोक लगाएंगे।

नेपाली पीएम ने कहा, “हम दोनों पड़ोसी देशों के बीच भरोसेमंद रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसीलिए भारत आया हूं ताकि द्विपक्षीय रिश्तों को 21वीं सदी की हकीकतों के हिसाब से नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सके।”

ओली से चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजन को लेकर सवाल पूछे गए। इस पर उन्होंने कहा, “नेपाल चीन और भारत के बीच में हैं। दोनों ही देशों से हमारे अच्छे रिश्ते हैं। दोनों ही देश हमसे ज्यादा विकसित हैं। क्षेत्र और जनसंख्या के मामले भी काफी बड़े हैं। इसलिए हम दोनों के साथ चलने का मौका चाहते हैं। जहां तक वन बेल्ट वन रोड की बात है तो इस योजना को लेकर हमारा रवैया तटस्थ है।”

देखें वीडियो :-

LIVE TV