दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कनाडा में कपिल शर्मा के ‘कैप्स कैफे’ पर तीन बार गोलीबारी की साजिश रचने के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बंधु मान सिंह शेखों (उर्फ बंधु मान सिंह) गोल्डी ढिल्लों गैंग का प्रमुख सदस्य है, जो लॉरेंस बिश्नोई नेटवर्क से जुड़ा है। गिरफ्तारी लुधियाना (पंजाब) से हुई, और उसके कब्जे से एक चाइनीज PX-3 पिस्तौल और 8 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
डीसीपी (क्राइम ब्रांच) संजीव यादव के नेतृत्व वाली टीम ने 27 नवंबर को यह कार्रवाई की। आरोपी के खिलाफ पहले से हत्या, जबरन वसूली और गैरकानूनी हथियारों के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, बंधु ने शूटर्स को हथियार, लॉजिस्टिक्स और निर्देश प्रदान किए थे। गैंग ने सोशल मीडिया पर हमलों की जिम्मेदारी ली, जिसमें कपिल शर्मा को धमकी दी गई थी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) सुरेंद्र कुमार शुक्रवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तार से जानकारी देंगे।
कैफे पर तीन हमले: जुलाई से दिवाली तक का सिलसिला
कैप्स कैफे (सरे, ब्रिटिश कोलंबिया) जुलाई 2025 में खुलने के कुछ दिनों बाद से निशाना बना।
- जुलाई 2025: उद्घाटन के ठीक बाद पहला हमला। बाबर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े हरजीत सिंह लद्दी ने जिम्मेदारी ली। कैफे ने इंस्टाग्राम पर कहा, “हम हिल गए हैं, लेकिन हिंसा के खिलाफ खड़े रहेंगे।”
- अगस्त 2025: दूसरा हमला। गोल्डी ढिल्लों ने जिम्मेदारी ली।
- अक्टूबर 2025 (दिवाली से पहले): तीसरा हमला। फिर गोल्डी ढिल्लों गैंग ने दावा किया, जिसमें बॉलीवुड हस्तियों को धमकी दी गई।
कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन हमलों ने सुरक्षा चिंताएं बढ़ाईं। सरे पुलिस ने जांच तेज की।
कनाडा से निर्वासन: तीन आरोपी पंजाब से जुड़े
कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (CBSA) ने तीन भारतीय नागरिकों—पंजाब मूल के—को निर्वासित कर दिया, जो कैफे पर हमलों में शामिल थे। यह ब्रिटिश कोलंबिया में पंजाबी व्यवसायियों पर वसूली नेटवर्क की जांच का हिस्सा था। आरोपी कनाडा में अवैध रूप से रह रहे थे।
गोल्डी ढिल्लों गैंग बॉलीवुड हस्तियों को धमकाने के लिए कुख्यात है। पुलिस अब अंतरराष्ट्रीय लिंक्स की जांच कर रही है।





