राजधानी में क्यों लगा घुड़चढ़ी पर बैन, वजह ‘जानलेवा’ है

दिल्ली सरकारनई दिल्ली। कहते हैं शादी से नए जीवन की शुरुआत होती है। लेकिन इस नए जीवन की शुरुआत होने से पहले ही दिल्ली सरकार ने इसमें रोड़ा अटका दिया है। दरअसल दिल्ली सरकार ने फरमान जारी करते हुए कहा है कि दिल्ली में 3 महीनों तक कोई भी दूल्हा घोड़ी नहीं चढ़ेगा। अब बताइए भला ये भी कोई बात हुई…एक तो बड़ी मुश्किल से शादी हुई ऊपर से अब घोड़ी भी नहीं चढ़ने दिया जा रहा है।

आप भी सोचते होंगे की ये क्या तुगलकी फरमान है? लेकिन इसके पीछे क्या वजह है ये आप नहीं जानते होंगे। दरअसल दिल्ली सरकार ने ये फैसला आपकी सेहत का ख्याल रखते हुए लिया है। बता दें कि देशभर में सैंकड़ों घोड़ों में ग्लैंडर्स नाम की बीमारी पाई गई है।

इस बीमारी की वजह से पूरे शरीर में गांठें होने लगती हैं। नाक और मुंह से लगातार पानी बहता रहता है और धीरे-धीरे ये गांठें जानलेवा बन जाती हैं। सबसे खतरनाक बात ये है कि इस रोगी के सम्पर्क में आने वाला हर जानवर और यहा तक कि इंसान भी इसका शिकार बन जाता है।

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वहीं डा. भूपेंद्र नाथ त्रिपाठी ने बताया कि यह रोग आपस में सम्पर्क में आने से होता है। आगे कहा कि भारत देश में अभी तक मनुष्य में इस रोग का कोई केस सामने नहीं आए। लेकिन विश्व में इंसान में यह बिमारी अमेरिका में सन 2000 में देखने में मिली थी।

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इस बिमारी का उपचार काफी महंगा होता है। इसके लिए 9 माह से 1 साल तक इलाज करवाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बिमारी का इलाज काफी महंगा होता है। ऐसे में घोड़े, गधे और खच्चर को मारने की ही सलाह दी जाती है। उनका कहना है कि मरने के बाद रोग ग्रस्त पशु को 6 फीट गहरे में गढ्ढे में ड़ालकर उसके ऊपर चूना डालना चाहिए। ध्यान रखना चाहिए कि मृतक पशु को किसी भी हालत में कुत्ते या अन्य जानवर न खा पाए। अन्यथा यह रोग काफी तेजी से फैल सकता है।

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