जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाने के सामने एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई, जब प्रॉपर्टी कारोबारी राजेश शर्मा (35) ने कथित तौर पर ब्याज माफिया और अपने पार्टनर कैलाश के उत्पीड़न से तंग आकर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।

गंभीर रूप से झुलसे राजेश को तुरंत SMS अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया, जहाँ उनकी हालत 55% से अधिक जलने के कारण नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है, और प्रारंभिक जानकारी में प्रॉपर्टी निवेश और ब्याज की मांग से जुड़ा विवाद सामने आया है।
घटना सोमवार सुबह करीब 8 बजे ट्रांसपोर्ट नगर थाना परिसर के बाहर हुई। आगरा रोड के राधिका विहार कॉलोनी निवासी राजेश शर्मा ने थाने के सामने खुद पर पेट्रोल डाला और आग लगा ली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राजेश जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और अपने पार्टनर कैलाश व अन्य लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग बुझाई और राजेश को SMS अस्पताल पहुँचाया। DCP (ईस्ट) तेजस्विनी गौतम ने घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया और मामले की जाँच के निर्देश दिए।
SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि राजेश का 55% से अधिक शरीर जल चुका है, और उनकी स्थिति गंभीर है। बर्न वार्ड में उनका इलाज चल रहा है, और अगले 48 घंटे उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।
ब्याज माफिया और प्रॉपर्टी विवाद
पुलिस की प्रारंभिक जाँच और परिजनों के बयानों के अनुसार, राजेश शर्मा प्रॉपर्टी व्यवसाय में अपने पार्टनर कैलाश और अन्य लोगों के साथ मिलकर काम करता था। उसने कैलाश को प्रॉपर्टी निवेश के लिए करोड़ों रुपये दिए थे, लेकिन बाद में कैलाश ने ब्याज सहित राशि वापस माँगना शुरू कर दिया। बीते कुछ समय से कैलाश ने राजेश पर पैसे लौटाने का दबाव बनाया और उनके घर जाकर हिसाब-किताब को लेकर धमकियाँ दीं। इससे परेशान होकर राजेश ने ट्रांसपोर्ट नगर थाने में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कथित तौर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
परिजनों का कहना है कि लगातार तगादे और मानसिक दबाव ने राजेश को इस कदम के लिए मजबूर किया। एक रिश्तेदार ने बताया, “कैलाश और उसके साथी बार-बार पैसे की माँग कर रहे थे। राजेश ने कई बार पुलिस से मदद माँगी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वह बहुत तनाव में था।”
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 309 (आत्महत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है और कैलाश व अन्य संदिग्धों के खिलाफ जाँच शुरू की है। DCP तेजस्विनी गौतम ने बताया कि राजेश के बयान दर्ज करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उनकी हालत के कारण यह अभी संभव नहीं हो पाया है। पुलिस ने कैलाश से पूछताछ शुरू की है और प्रॉपर्टी लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों की जाँच कर रही है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं, और CCTV फुटेज की भी जाँच की जा रही है।