अलीगढ़ में सपा नेता पर जानलेवा हमला: सड़क विवाद और चुनावी रंजिश में पूर्व चेयरमैन को मारी गोली

अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र में पिलखना नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन और सपा नेता मोहम्मद आरिफ पर गुरुवार को अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की। इस हमले में आरिफ गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार, हमले की वजह 2023 के निकाय चुनाव में उत्पन्न रंजिश और हाल ही में सड़क निर्माण को लेकर हुआ विवाद है।

मो. आरिफ ने पुलिस को बताया कि 2023 के निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशी जमीला खातून, जो तीसरे स्थान पर रहकर जमानत भी नहीं बचा सकी थीं, का परिवार उनसे रंजिश रखता है। हाल ही में नगर पंचायत द्वारा बनाई जा रही सड़क के 20 मीटर हिस्से को लेकर जमीला के परिवार से विवाद हुआ था। उनके घर की छज्जी और सीढ़ियां सड़क निर्माण में बाधा बन रही थीं। 10 दिन पहले इस मुद्दे पर आरिफ और जमीला के परिवार के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी, जिसे आरिफ ने गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन हमलावरों ने इस दौरान हमले की साजिश रच ली।

एसपी देहात अमृत जैन ने बताया कि जांच में जमीला खातून के बेटे और साले के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और आरोपियों की तलाश में टीमें गठित की गई हैं। घटना के पीछे पुरानी चुनावी रंजिश के साथ-साथ एक पेशेवर अपराधी पर हाल ही में हुई पुलिस कार्रवाई को भी जोड़ा जा रहा है, जिसे जमीला के परिवार ने आरिफ के इशारे पर माना था।

मो. आरिफ एक संपन्न परिवार से हैं और 2012 में ठेकेदारी छोड़कर सियासत में आए। उन्होंने पिलखना चेयरमैनी पर तीन बार निर्दलीय जीत हासिल की, जिसमें सपा का बाहर से समर्थन रहा। उनकी पत्नी वर्तमान में चेयरमैन हैं। घटना की खबर फैलते ही सपा नेता और समर्थक मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां सपा जिला महासचिव मनोज यादव, महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोषी और अन्य नेताओं ने हालचाल लिया।

पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने उस समय वारदात को अंजाम दिया, जब आरिफ बिना हथियार के मोहर्रम से पहले आयोजित एक दावत में जा रहे थे। भीड़ ने भागते हमलावरों पर ईंट-पत्थर फेंके, लेकिन वे फरार हो गए। पुलिस ने कस्बे के सभी रास्तों की सीसीटीवी जांच शुरू कर दी है।

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