FB के खेल में फंसे भारतीय! शक-ओ-शुबहा के बीच फेसबुक ने कर दिया बड़ा खुलासा

नई दिल्ली। फेसबुक ने कबूल किया है कि करीब 5.6 लाख भारतीय उपभोक्ताओं का डाटा ब्रिटिश राजनीतिक विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ ‘अनुचित तरीके’ से साझा किया गया है। फेसबुक के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी माइक श्रोएफर ने एक ब्लॉक पोस्ट में कहा कि डाटा में सेंधमारी से लोगों का कंपनी पर से विश्वास टूटा है।

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कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ उपभोक्ताओं के साझा किए डाटा में ज्यादातर अमेरिकी उपभोक्ता हैं, जिनकी संख्या 7 करोड़ से ज्यादा है। कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ 562,455 भारतीय उपभोक्ताओं का डाटा भी साझा किया गया है।

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श्रोएफर ने लिखा, “हमारा मानना है कि फेसबुक का अमेरिका के कुल 8.7 करोड़ से ज्यादा लोगों का डाटा कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ अनुचित तरीके से साझा किया गया।”

उन्होंने कहा, “सोमवार 9 अप्रैल से हम लोगों के लिए उनके न्यूज फीड के शीर्ष पर एक लिंक दिखाएंगे, ताकि वे देख सकें कि वे किन एपों का इस्तेमाल करते हैं और इन एपों के जरिए साझा होने वाली सूचना को जान सकते हैं।”

लोग इन एपों को अपनी मर्जी के अनुसार हटा भी सकेंगे। श्रोएफर ने पोस्ट किया, “इस प्रक्रिया के तहत हम लोगों को उनकी सूचना के अनुचित तरीके से कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ साझा किए जाने के बारे में बताएंगे।”

फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार देर शाम एक प्रेस वार्ता में कहा था कि फेसबुक के मंच इस साल फर्जी खबरों से निपटने की फेसबुक पर बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि कई देशों में आम चुनाव होने जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, “यह साल दुनिया भर में समग्र चुनावी सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष होने जा रहा है। मेक्सिको में राष्ट्रपति चुनाव है, भारत व ब्राजील में भी बड़े चुनाव होने हैं, साथ ही पाकिस्तान, हंगरी व अन्य देशों में चुनाव हैं।”

जुकरबर्ग ने कहा, “फेसबुक में अभी 15,000 लोग सुरक्षा व सामग्री समीक्षा पर काम कर रहे हैं और इस साल के अंत तक हमारे पास 20,000 से ज्यादा लोग होंगे।” फेसबुक अपनी सुरक्षा सुविधाएं भी बढ़ा रहा है, जिससे आने वाले समय में भारत जैसे देश में चुनावों के मद्देनजर इसकी समग्रता सुनिश्चित की जा सके।

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फेसबुक का यह बयान क्रिस्टोफर वाइली के फेसबुक उपभोक्ताओं के डाटा का अवैध रूप से राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किए जाने के खुलासे के कुछ दिनों बाद आया है। वाइली ने खुलासा किया था कि उसके पूर्व नियोक्ता कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपनी एक भारतीय शाखा द्वारा कुछ राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनावी शोध का काम किया था।

वाइली ने अपने व्यापक तौर पर साझा किए गए ट्वीट में कहा था कि एससीएल ग्रुप का गाजियाबाद के इंदिरापुरम में मुख्यालय था और इसके क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद, बेंगलुरू, कटक व गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोलकाता, पटना व पुणे में हैं। एससीएल कैम्ब्रिज एनालिटिका का मूल संस्था है।

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