
लखीमपुर खीरी के धौरहरा कोतवाली क्षेत्र में साल के आखिरी दिन (31 दिसंबर) एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में जंगली जानवर के हमले से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बुधवार सुबह उनका अधखाया शव गन्ने के खेत में मिला, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। प्रारंभिक जांच में तेंदुए के हमले की आशंका जताई जा रही है।
धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के मंगरौली गांव निवासी सिराजुद्दीन उर्फ भूरे हलवाई (65 वर्ष) मंगलवार शाम को हरदुहा पुल के पास दहौरा नाले की ओर गोंदी घास काटने गए थे। इसी दौरान नाले की तलहटी में किसी जंगली जानवर ने उन पर हमला कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
शाम तक घर न लौटने पर परिजनों ने चिंता जताई। मृतक के बेटे इसरार अहमद ने ग्रामीणों के साथ तलाश शुरू की। हरदुहा पुल के पास सिराजुद्दीन की साइकिल मिलने से अनहोनी की आशंका हुई। इसके बाद पुलिस और वन विभाग को सूचना दी गई।
सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम रातभर तलाश करती रही। बुधवार सुबह करीब 10 बजे गन्ने के खेत से अधखाया शव बरामद हुआ। शव की हालत देखकर ग्रामीणों में आक्रोश और डर फैल गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
क्षेत्रीय वनाधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि पदचिन्हों के आधार पर हमलावर जानवर की पहचान की जा रही है। शव की स्थिति से प्रारंभिक तौर पर तेंदुए के हमले का शक है। वन विभाग ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की है।
दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में ऐसे हमले आम होते जा रहे हैं, जहां घने गन्ने के खेत जंगली जानवरों के लिए छिपने की जगह बन जाते हैं।





