चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ के चलते मुंबई में एलर्ट, गुजरात के लिए भारी अगले 24 घंटे

चक्रवाती तूफान 'ओखी'मुंबई। केरल, तमिलनाडु और लक्ष्‍यद्वीप में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ ने अब मायानगरी मुंबई में भी दस्तक दे दी है। ‘ओखी’ तूफान की वजह से सोमवार शाम मुंबई में जमकर बारिश हुई। तूफान की तबाही को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। 24 घंटे लगातार भागने वाला मुंबई शहर में जन जीवन पर ‘ओखी’ का खासा प्रभाव पड़ा है। चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ के चलते हुई बारिश से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की मुंबई ऑब्जर्वेटरी द्वारा चेतावनी देने के बाद राज्य सरकार ने सिंधुदुर्ग, ठाणे, रायगढ़ और पालघर के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। वहीँ अगर गुजरात की बात करें तो ‘ओखी’ से गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार में होने वाली कई रैलियों को भी रद्द कर दिया गया है।

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मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी होने के बाद सरकार की तरफ से भी राहत बचाव के लिए जरुरी इंतजाम कर लिए गए हैं। मध्य रेलवे मुंबई डिविजन के मुताबिक दुर्घटना राहत ट्रेन, दुर्घटना राहत मेडिकल वैन आदि जरूरी चीजों का प्रबंध कर लिया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 250 से ज्यादा रेलवे पुलिस बल और महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा बल के लोगों को भी भीड़ नियंत्रण और अन्य कार्यों के लिए स्टेशन में तैनात कर दिया गया है। बता दें कि चक्रवाती तूफान ओखी, शहर से दक्षिण-पश्चिम की ओर 670 किलोमीटर की दूरी पर है।

हालांकि जानकारों की मानें तो महाराष्ट्र तट और मुंबई इस चक्रवात से सुरक्षित है। कोस्ट गार्ड अधिकारियों के अनुसार, ओखी चक्रवात सूरत की ओर 85 किलोमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है।

जानकारी के लिए बता दें कि, 26 नवंबर को श्रीलंका के पास से ओखी चक्रवात उठा था, जो धीरे-धीरे केरल पहुंच गया। चक्रवात से समुद्र में मछली पकड़ने गए सैकड़ों मछुआरे लापता हो गए, जिनकी तलाश जारी है। महाराष्ट्र के कुछ भागों में चक्रवात का असर देखने को मिला है। महाराष्ट्र से भले ही ओखी का खतरा लगभग टल चुका है, पर सूरत की ओर बढ़ता यह चक्रवात तेल के कुओं पर गहरा असर डाल सकता है।

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बचाव अभियान में 1500 जवान हैं शामिल

सोमवार को कोस्ट गार्ड ने चक्रवात प्रभावित इलाकों में जारी बचाव अभियान के बारे में ब्योरा साझा करते हुए जनरल कमांडेंट केआर नौटियाल ने कहा कि यह सुनामी के बाद दूसरा सबसे बड़ा बचाव अभियान है। कोस्ट गार्ड के 1500 से अधिक जवान तूफान प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान को अंजाम दे रहे हैं।

नौटियाल ने कहा कि, पिछले 5 दिन में कोस्ट गार्ड जवानों ने 180 लोगों की जान बचाई है। इसके अलावा, सभी जगह अलर्ट जारी कर सबको समुद्र तट से दूर रहने की सख्त हिदायत दी गई है। बचाव अभियान के लिए 13 शिप और 2 डोर्नियर और 3 एयरक्राफ्ट का उपयोग हा रहा है। कोस्ट गार्ड इंस्पेक्टर जनरल ने कहा कि सूरत की ऑयल कंपनियों को अलर्ट करते हुए कहा गया है कि जरूरत न हो, तो काम बंद रखा जाए।

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