
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के दौरान सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी को नमन करते हुए पहलगाम हमले में सुरक्षा चूक पर गंभीर सवाल उठाए और सरकार से जवाब मांगा कि इस त्रासदी की जिम्मेदारी कौन लेगा।

प्रियंका ने कहा कि वह सबसे पहले उन सैनिकों और जवानों को नमन करती हैं, जो दुर्गम क्षेत्रों में देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि 1948 से अब तक देश की अखंडता को बनाए रखने में सेना का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत की आजादी अहिंसा के आंदोलन से मिली, लेकिन उसे कायम रखने में सेना की भूमिका अहम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने इतिहास का पाठ तो पढ़ा दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में 26 नागरिकों को उनके परिजनों के सामने क्यों और कैसे मार दिया गया।
उन्होंने बैसारण घाटी में हुए हमले का जिक्र करते हुए पूछा कि आतंकी वहां क्या कर रहे थे। सरकार दावा करती रही कि कश्मीर में शांति है, और प्रधानमंत्री ने भी अमन-चैन का दावा किया था। इसी भरोसे में कानपुर के शुभम द्विवेदी, जिनकी छह महीने पहले ही शादी हुई थी, अपनी पत्नी के साथ पहलगाम गए। उस दिन बैसारण घाटी में मौसम सुहाना था और हजारों लोग वहां पहुंचे थे। शुभम अपनी पत्नी के साथ एक स्टॉल पर खड़े थे, तभी जंगल से निकले चार आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। इसके बाद एक घंटे तक आतंकियों ने लोगों को चुन-चुनकर मारा। प्रियंका ने कहा कि शुभम की पत्नी ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने अपनी दुनिया बर्बाद होते देखी, लेकिन वहां एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं था। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार को क्या यह नहीं पता था कि हजारों लोग वहां जाते हैं। लोग सरकार के भरोसे गए, लेकिन सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया। इस सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा?
प्रियंका ने द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) पर निशाना साधते हुए कहा कि इस संगठन ने कई आतंकी हमले किए, लेकिन इसे 2023 में ही आतंकी संगठन घोषित किया गया। इतना बड़ा हमला होने के बावजूद सरकार को इसकी भनक क्यों नहीं लगी? उन्होंने पूछा कि खुफिया एजेंसियों की नाकामी की जिम्मेदारी कौन लेगा। क्या किसी ने इस्तीफा दिया? खुफिया विभाग गृह मंत्रालय के अधीन है, लेकिन क्या गृह मंत्री ने इसकी जिम्मेदारी ली? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार इतिहास की बातें करती है, लेकिन वह वर्तमान की बात करेंगी। पिछले 11 साल से केंद्र में उनकी सरकार है, फिर भी ऐसी चूक कैसे हुई। प्रियंका ने सरकार से जवाब मांगा कि वह अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं स्वीकार कर रही।