दो छात्रों का गजब आविष्कार, अब व्हाट्सऐप से चलेंगी गोलियां
वाराणसी। आए दिन चैनल और अखबारों की सुर्ख़ियों में जवानों के शहीद होनी की खबर आती रहती हैं। इस दिशा में सरकार भी जवानों की सुरक्षा के लिए पुख्ता और बेहतर इंतजाम करती है। टेक्नोलॉजी के इस दौर में आज मशीनगन, बुलेटप्रूफ जैकेट, सेंसर और लेजर से लैस तमाम तरह की बंदूके भी तैयार की गई, जिससे जवान दुश्मनों के दांत खट्टे करने के साथ खुद को सेफ रख सकें। फिर भी जंग तो जंग ही होती है। लाख कोशिशों के बावजूद भी कोई न कोई जवान देश की सुरक्षा के लिए लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हो ही जाता है।
सत्ता और शासन का विवाद बढ़ना तय, बचकर आए खेतान ने कही बड़ी बात
इसी विषय को गंभीरता से लेते हुए वाराणसी के दो इंजीनियरिंग छात्रों ने एक ऐसी गन इज़ाद की जो न ही दुश्मनों को मार गिराएगी बल्कि बॉर्डर पार से आने वाली गोलियां जवानों को छू भी नहीं पाएंगी।
शायद आपको यकीन न हो रहा हो लेकिन ऐसा हुआ है। इन छात्रों ने सोशल मीडिया के सहारे बंदूक दागने का फार्मूला निकाल लिया है।
यानी बिना सामने आए आटोमेटिक कमांड देकर निशाना साधा जा सकता है। वो भी एकदम सटीक और सही लक्ष्य पर।
बता दें इस गन के सामने जब तक कोई व्यक्ति नहीं होगा, तब तक यह गन फायर नहीं करेगी।
भारत ने किया 2 हजार किलोमीटर रेंज वाली अग्नि-2 मिसाइल का सफल परीक्षण
खबरों के मुताबिक़ वाराणसी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के दो छात्र सुधांशु विश्वकर्मा और प्रवेश कुमार मौर्या ने पंद्रह दिन की मेहनत के बाद एक ऐसी गन तैयार कि है, जिसे चलाने के लिए कोई नहीं रहे पर फिर भी गोली फायर होती है।
इस मॉडल की खासियत है कि इस मॉडल से जुड़े मोबाइल फोन डिवाइस के व्हाटसएप पर आए मैसेज से यह गोली चलाती है।
दरअसल जब दूसरे मोबइल के जरिए व्हट्सएप में फायर लिखकर टेक्स्ट सेंड करते है, तब ये व्हाटसएप गन तुरंत फायर करती है।
छात्र प्रवेश ने बताया कि सोशल नेटवर्किंग साइड के ऑनलाइन किसी भी सिस्टम से मॉडल गन को ऑपरेट किया जा सकता है।
इस गन को आपरेट करने के लिए दो मोबाइल फोन की आवश्कता पड़ती है। एक मोबाइल फोन उस गन में इनस्टॉल रहता है और दूसरे से उस गन में लगे व्हाट्सएप पर जैसे ही फायर टाइप कर सेंड किया जाता है, तो गन फायर कर देती है।
प्रवेश की मानें तो इस गन को बनाने के पीछे का उद्देश्य है कि देश के जवानों की सुरक्षा हो सके।
इस गन में इंटरनेट रिसीवर के साथ ह्यूमन सेंसर भी लगा है, जो ह्यूमन को सेन्स करने के बाद ही फायर करता है।
BJP ने कांग्रेस को दिया तगड़ा झटका, कहा- नीरव के बाद रॉबर्ट वाड्रा का नंबर
छात्रों का कहना है कि हम इस गन को और भी अपडेट कर रहे हैं, ताकि ये अब तक की सबसे हाईटेक गन बन सके।
ये गन व्हाट्सएप के मैसेज के जरिए फायर तो करता ही है साथ में ये दोनों तरफ मूव भी करती है। सबसे खास बात यह कि महज 6000 की कॉस्ट से तैयार हो जाती है।
बता दें छात्रों ने इस गन को बनाने के लिए कबाड़ का इस्तेमाल किया है।
मोटरसाइकिल का शॉकर, बाइक क्लच, प्लेट, कटोरा, आधा इंच का पाइप, डीवीडी से लिया गया गेयर पुली, कूलर का डीसी मोटर, ह्यूमन बाड़ी सेंसर।
बता दें ह्यूमन बाड़ी सेंसर सामने आने वाले व्यक्ति की सूचना नेट न होने की स्थिति में भी मोबाइल पर देता है।
देखें वीडियो :-