
रिपोर्ट- अर्जुन वार्ष्णेय
अलीगढ़। पदोन्नति में आरक्षण को लेकर अलीगढ़ में सामाजिक संगठनों ने विरोध करने के लिए रैली निकाली। रविवार को सेंटर प्वांइट से कलेक्ट्रेट तक पैदल व बाइकों से रैली निकाली गई। इस दौरान लोगों के हाथों में बैनर पोस्टर थे और नारेबाजी कर रहे थे। लोगों का कहना था कि केन्द्र सरकार द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की गलत व्याख्या कर पदोन्नति में आरक्षण दिया जा रहा है। जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
सामाजिक संगठनों का कहना है कि इन्द्रा साहनी मामले में सुप्रीम कोर्ट की नौ सदस्यीय संविधान पीठ ने पदोन्नति में आरक्षण को असंवैधानिक करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को निष्प्रभावी करने के लिए 17 जून 1995 को 77वां संविधान संशोधन कर पदोन्नति में आरक्षण का प्रावधान किया गया था।
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सामाजिक संगठनों के नेताओं ने कहा कि राजनैतिक दलों द्वारा देश की स्वतंत्रता के उपरान्त वोट की राजनीति की जा रही है,जिसमें एससी, एसटी के वोटों के लालच में सामान्य, पिछड़ा और मुस्लिम समुदाय के लगभग 78 प्रतिशत लोगों की उपेक्षा की जा रही है। इस मौके पर रैली में शामिल लोग कलेक्ट्रेट पर पहुंच कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम को सौंपा और मांग करी कि डॉ अम्बेडकर के संविधान के तहत उल्लिखित आरक्षण के प्रावधन का पालन किया जाएं।