कांग्रेस की खिल्ली उड़वा रहा है नगमा का राजनीतिज्ञ ज्ञान
रिपोर्ट- लोकेश टंडन
मेरठ। कांग्रेस भले ही देश में बदलाव लाने की बात करती हो। लेकिन कांग्रेसी नेताओं में राजनीति का जमीनी ज्ञान कितना है यह हम आपको बताते हैं। ईद के मौके पर मुस्लिमों को लुभाने के लिए कांग्रेस की पूर्व लोकसभा प्रत्याशी नगमा मेरठ पहुंची थी। जहां उन्होंने लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। जिसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए नगमा ने दलित आंदोलन पर मोर्चा खोल दिया।
आपको बता दें कि मेरठ में 2 अप्रैल को दलित हिंसा हुई थी। जिसके बाद कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर कुंभकर्णी नींद से जाग रही है। हैरानी की बात यह है कि नगमा मीडिया के सामने लगातार कहती रही कि दलित हिंसा के दौरान पकड़े गए आरोपियों पर देशद्रोह की धाराओं में कार्रवाई की गई है जो गलत है। लेकिन आपको बता दें कि दलित हिंसा के दौरान जितने भी लोग पकड़े गए उनमें से किसी पर भी देशद्रोह की धारा नहीं लगाई गई है। केवल दलित हिंसा के मुख्य आरोपी पूर्व बसपा विधायक योगेश वर्मा पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है।
इसके अलावा नगमा से जब कश्मीर में हिंसा के मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों में भी हिंसा की बात कर डाली। उन्होंने इस बयान में दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों को महज डिस्ट्रिक्ट यानी जिला बता डाला। इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि महागठबंधन की शक्ल क्या होगी, क्या अभी तक प्लेटफार्म पर चीजें सामने आई हैं तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
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कुल मिलाकर कांग्रेस के नेताओं से ना तो सही फीडबैक मिल रहा है और ना ही उनका जुड़ाव सीधे जनता से है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में पिछले 30 सालों से कांग्रेस का अकाल पड़ा है।नगमा खुद पिछले लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हार चुकी हैं। लेकिन उसके बावजूद भी नगमा का जमीनी ज्ञान कांग्रेस की खिल्ली उड़वा रहा है।