
हाथरस में 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप और मौत के मामले में गुरुवार को एक बार फिर बड़ा खुलासा हुआ। घटना के मुख्य आरोपी संदीप ने 7 अक्टूबर को जेल से ही हाथरस के एसपी को पत्र लिखा है। यह पत्र गुरुवार को सामने आया जिसमें उसने खुद को और अन्य तीन आरोपियों को बेकसूर बताया है। इसी के साथ पीड़ित की मां और भाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

संदीप ने अपने पत्र में बताया कि उसकी और पीड़िता की दोस्ती थी और मुलाकात थी। यह बात उसके परिवार वालों को पसंद नहीं थी। घटना के दिन वह भी मौके पर था। लेकिन लड़की की मां और भाई ने उसे घर भेज दिया। जिसके बाद आरोपी बनाकर उसे जेल भेज दिया गया। संदीप की ओर से लिखे गये पत्र के अनुसार लड़की के साथ उसकी मां और भाई ने ही मारपीट की थी। जिसके बाद उसकी मौत हुई। संदीप ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस पत्र अन्य आरोपियों का भी अंगूठा लगा हुआ है।

जेल में आरोपी को जान का खतरा
आरोपियों के परिजनों की ओर से जेल में बंद लड़कों की जान को खतरा बनाया गया है। परिजनों का कहना है कि जेल में उनके बच्चे सुरक्षित नहीं है। इसको लेकर आरोपी रामू की भाभी की ओर से कहा गया था कि जेल में नेता मिलने जा रहे हैं। कहा तो जाता है कि जेल में सुरक्षा होती है लेकिन बच्चों को जेल में खतरा है।