मिलावटखोरी करने वाले तीन पेट्रोल पंप सील, महीनों से चल रहा था मिलावट का गोरखधंधा
रिपोर्ट- लोकेश टण्डन/मेरठ
क्या कभी आपने सोचा था की जलेबी में मिलाने वाला रंग अब आपके वाहनों में पेट्रोल बंद कर दौड़ेगा और उसका दम तोड़ेगा। जी हां, मेरठ में तो आजकल ऐसा ही हो रहा है। जब इस बात की सूचना आईजी रेंज आलोक कुमार को मिली तो उन्होंने एसएसपी अजय साहनी के निर्देशन में एक टीम बनाई और इस टीम ने जब परतापुर इलाके के दो गोदामों पर छापेमारी की तो वहां से मिले 2 लाख 10 हजार लीटर नकली पेट्रोल को देख कर सब सकते में रह गए क्योंकि यह पेट्रोल जलेबी का रंग और थिनर मिलाकर बनाया जा रहा था।
जिसकी कीमत मात्र ₹38 लीटर होती है और यह पेट्रोल यह पेट्रोल माफिया ऊंचे दामों पर पेट्रोल पंपों पर सप्लाई करते हैं। जिनमें से 3 पेट्रोल पंप पर छापेमारी कर वहां से पेट्रोल का सैंपल भरकर उनको सील कर दिया गया है।
ये पेट्रोल पंप भैसाली रोडवेज के सामने अजंता पेट्रोल पंप, बेगम पुल पर पीपी पेट्रोल पंप और तीसरा पेट्रोल पंप टीपी नगर इलाके में है। इनमें दो पेट्रोल पंप अजंता और पीपी रालोद के नेता बताए जा रहे हैं जिसका लोकल स्तर पर मीडिया में भी अच्छा खासा दबदबा है। आज प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए तीनों पेट्रोल पंपों पर सील तो लगा दी है।
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लेकिन सवाल यही बनता है कि आखिर इतने दिनों से यह पेट्रोल पंप और पेट्रोल बनाने का गोरखधंधा किसके संरक्षण में चल रहा था और पुलिस ने या प्रशासन ने अभी तक इन पर क्यों कार्रवाई नहीं की थी। लेकिन देखना होगा कि आखिर प्रशासन की सीलिंग पेट्रोल पंप पर कब तक लगी होती है या फिर राजनीति के आगे प्रशासन को घुटने टेकने पड़ेंगे।
हालाकी पुलिस अभी इस गोरखधंधे के पीछे कहां तक तार जुड़े हैं या पेट्रोल कहां तक किन किन जिलों में किन किन राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था इसके भी कनेक्शन ढूंढने में जुटी हुई है वही पेट्रोल पंप सील लगाते हुए सप्लाई स्पेक्टर से बातचीत की हमारे संवाददाता लोकेश टंडन ने……..