खनन माफियाओं का आतंक! सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी नहीं बच रहीं कृषि योग्य जमीन

REPORT-ABHISHEK YADAV

लखनऊः लगातार बढ़ते प्रदूषण और पर्यावरण की खराब होती हालत को देखते हुए भले ही प्रदेश सरकार की तरफ से खनन को लेकर पूरी गाइडलाइन बनाई गई है। खनन चाहे नदी से बालू का हो या फिर खेतों और तालाबों से हो खनन करने के लिए बिना शासन की अनुमति की और मानकों के विपरीत खनन नहीं किया जा सकता है।

सरकार की लाख कोशिशों के बाद अवैध खनन पर रोक नहीं लग पा रही है इसका मुख्य कारण खनन करने वाले माफियाओं की संबंधित अधिकारियों से अवैध सांठगांठ यही वजह है कि राजधानी में खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह दिन-रात बेरोकटोक धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं और वही जिले के आलाहकीम है कि हाथ पर हाथ धरे तमाशा देख रहे है औऱ खनन माफिया रोजाना सैकड़ो ट्रक मिट्टी अवैध तरीके से खोदकर ले जा रहे है।

जी हां हम बात करें राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज स्थित आधा दर्जन गांव की जहां पर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनाने के लिए गायत्री कंपनी ने बिना परमिशन के गांव में अवैध खनन कर कृषि योग्य जमीनों को तालाब नुमा गड्ढों में तब्दील कर दिया लाइव टुडे के कैमरे में कैद हुई अवैध खनन किया तस्वीरें बयां कर रही है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की आड़ में बिना अनुमति के बड़े पैमाने पर मिट्टी का काला कारोबार किया जा रहा है और जिम्मेदार आलाहकीम सब कुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे मौन बैठे हैं यहां पर कृषि योग्य जमीनों से अवैध तरीके से सैकड़ों ट्रक मिट्टी खोदकर खनन माफियाओं ने पूर्वांचल में काम करने वाली कंपनी गायत्री को बेच दी।

इतना ही नहीं खेतिहर जमीनों से मिट्टी खोदने के लिए यहाँ खनन माफियाओं ने बकायदा पोकलैंड और जेसीबी मशीन तक लगा डाली और हर रोज सैकड़ों ट्रक किसानों की कृषि योग्य जमीन से मिट्टी निकालकर पूर्वांचल में बेच रहे महीनों से चल रहे गोरखधंधे पर विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बन देख रहे है बताया जा रहा है अवैध मिट्टी का यह पूरा खेल प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी में हो रहा है।

अवैध खनन के इस काले कारोबार को लेकर जब लाइव टुडे की टीम ने लखनऊ जिले के अपर जिलाधिकारी अभिनव मिश्रा से बात की तो उन्होंने टीम गठित कर जांच करने का दावा किया बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे में अगर कोई बिना अनुमति के कार्य कर रहा है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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