PCPNDT की पकड़ में आई कन्या भ्रूण हत्या की सबसे बड़ी सौदागर

कन्या भ्रूण हत्याआगरा। नवरात्र के आखिरी दिन बुधवार सुबह जब घर-घर कन्याओं की पूजा हो रही थी, उस समय विद्या नर्सिग होम ट्रांस यमुना की लालची संचालिका डॉ. विद्या गुप्ता कन्या भ्रूण हत्या का सौदा कर रही थी। इसके स्टिंग के बाद पीसीपीएनडीटी सेल ने डॉक्टर, नर्स और दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया।

प्री कंसेप्शन एंड प्री नेटल डायग्नोटिस्क टेक्निक्स (पीसीपीएनडीटी) सेल की टीम सुबह दलाल प्रभुदयाल चंबलपुरी, धौलपुर के साथ विद्या नर्सिग होम पहुंची। दलाल के साथ गर्भवती महिला और उसकी ननद (स्वास्थ्य कर्मी) थी। नर्सिग होम में उन्हें दलाल राम किशोर यादव (44) कालिंदी विहार मिला, जिसने नर्स मनोरमा (30) से मुलाकात कराई। नर्स ने लिंग परीक्षण के लिए 30 हजार रुपये लिए। इसके बाद उन्हें स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विद्या गुप्ता के पास ले गई। उन्होंने अल्ट्रासाउंड कर गर्भस्थ शिशु को लड़की बताया। उसके गर्भपात के लिए सौदेबाजी होने लगी। उन्होंने 30 हजार रुपये मांगे।

इसी बीच पीसीपीएनडीटी सेल ने डॉ. विद्या गुप्ता (55), नर्स मनोरमा, दलाल राम किशोर, प्रभुदयाल को 30 हजार रुपये के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। नर्सिग होम से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन, डीवीआर और रजिस्ट्रर जब्त कर अपने साथ ले गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी सेल रघुवीर सिंह के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में सीताराम बैरवा, डालचंद, देवेंद्र, राजेंद्र, मुनेंद्र शर्मा, प्रवीण कुमार, पंकज शुक्ला, गफूर खान, बबिता, मनीषा शर्मा, अमित राठौर शामिल रहे।

तीसरे प्रयास में हत्थे चढ़ी डॉक्टर। अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीएनडीटी एवं स्वास्थ्य सचिव राजस्थान नवीन जैन ने बताया कि तीन महीने से टीम स्टिंग को काम कर रही थी। दो बार टीम विद्या नर्सिग होम पहुंची, लेकिन शातिर डॉक्टर बच गई। तीसरा प्रयास सफल रहा।

LIVE TV