जज लोया मौत मामले को SC ने बताया गंभीर, बॉम्बे हाईकोर्ट ट्रांसफर होंगे कागजात

नई दिल्ली। सोहराबुद्दीन मामले की सुनवाई करने वाले जज लोया की संदिग्ध मौत पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच ने की। इस दौरान सुनवाई में कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया।

जज लोया मौत

सर्वोच्च न्यायालय ने सभी हाईकोर्ट में चल रही लोया मामले की सुनवाई पर रोक लगा दी है और सभी केस को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर करने को कहा है।

बता दें इस बेहद गंभीर मामले की सुनवाई अब सिर्फ सुप्रीम कोर्ट में होगी। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा समेत तीन सदस्यीय खंडपीठ 2 फरवरी से इस मामले की सुनवाई करेगी।

कोर्ट का यह निर्देश उन दो याचिकाओं की सुनवाई के दौरान आया है, जिसे महाराष्ट्र के पत्रकार बी एस लोन और कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला और दायर किया। इसमें जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है।

यह भी पढ़ें:- पश्चिम बंगाल में मां सरस्वती की मूर्ति और पूजा पंडाल को लगाई आग

बीते 16 जनवरी को जज लोया की मौत की जांच कराने से सम्बंधित याचिका जस्टिस मोहन एम शांतानागौदार और जस्टिस अरुण मिश्रा की पीठ के पास आया था लेकिन इस खंठपीठ ने सात दिनों के भीतर मामले से जुड़े सभी कागजात जमा करने का आदेश देते हुए केस को ऊपरी खंडपीठ भेज दिया था।

कोर्ट ने कहा- मामला है बेहद गंभीर

कोर्ट ने कहा है कि यह एक बेहद गंभीर मामला है इसलिए इस मामले से जुड़े सभी कागजातों की जांच की जाएगी। बॉम्बे हाईकोर्ट से जज लोया से जुड़े दोनों मामलों को सुप्रीम कोर्ट ट्रांसफर करने को कहा गया है। कोर्ट ने सोमवार को कहा है कि जज लोया की मौत से जुड़े किसी भी मामले की सुनवाई अब बॉम्बे हाईकोर्ट ना करे।

बता दें मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस ए एम खानविलकर की बेंच ने इस मामले की सुनवाई के लिए 2 फरवरी की तारीख तय की है।

कराई निष्पक्ष जांच- महाराष्ट्र सरकार

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार की तरफ से दलील दी गई कि मामले में सरकार ने मीडिया में खबर आने के बाद निष्पक्ष जांच कराई है।

राज्य सरकार ने दलील दी है कि जांच के दौरान पूछताछ में चार साथी जजों ने जज लोया की मौत को संदेहास्पद नहीं माना है। हाई कोर्ट के तीन जजों की खंडपीठ ने इन चार जजों का बयान दर्ज किया है, जिसमें कहा गया है कि जज लोया की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया गया कि राज्य के डीजीपी ने बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के आदेश पर एक गुप्त जांच भी कराई है।

यह भी पढ़ें:- पद्मावत: 350 फुट ऊंचाई पर पेट्रोल लेकर चढ़ा युवक, खुद को आग लगाने की धमकी

बता दें दिसंबर 2014 में जज लोया की मौत एक शादी समारोह के दौरान हो गई थी। जज लोया सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ केस की सुनवाई कर रहे थे। इस केस में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी आरोपी रह चुके हैं।

देखें वीडियो:-

LIVE TV