सिद्धार्थनगर: बूढ़ी राप्ती नदी का टूटा बांध, 150 से ज्यादा गांव हुए जलमग्न, घरों पर बैठे लोग
उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के बाद अब बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। यूपी के सिद्धार्थनगर के इटावा तहसील क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती नदी में जल स्तर बढ़ने से उस पर बना बांध दो जगहों से टूट गया है। जिसके कारण 150 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं।
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उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थनगर में बीती रात दो जगह से बांध टूटने से कई गांवों में पानी घुस गया, जिसके चलते ग्रामीणों के जीवन पर संकट आ गया है। बता दें कि प्रदेश में लगातार हुई बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। सिद्धार्थनगर के इटावा तहसील क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती नदी में जल स्तर बढ़ने से उस पर बना बांध दो जगहों से टूट गया है जिसकी वजह से 150 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक सोनौली नानकार के पास अशोगवा-मदरहवा बांध टूट गया. वहीं रात को लगभग 2 बजे बांसी तहसील के धड़िया के पास भी बांध टूट गया।
बांध टूटने के चलते बड़ी संख्या में गांव जलमग्न हो गए हैं। अचानक आयी बाढ़ से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हैं। जिले में इस समय राप्ती और बूढ़ी राप्ती दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जिस कारण स्थिति खराब होती जा रही है। नदी के आस पास के तमाम गांवों क का संपर्क मुख्य मार्ग से देर रात टूट गया है। लोग अपने घरों की छतों अथवा किसी ऊंचे स्थानों पर लिए हुए हैं। राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फ्लड पीएसी के जवान डटे हुए हैं. राहत और बचाव का कार्य लगातार जारी है. हालांकि, यहां कई ऐसे इलाके हैं, जहां राहत और बचाव नहीं पहुंची है. बाढ़ ग्रस्त इलाके में सबसे ज्यादा समस्या पीने के पानी को लेकर है।
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