अक्षय तृतीया पर्व पर मां गंगा का हुआ दुग्धाभिषेक, भक्त हुए पूजा-अर्चना में लीन

आज काशी में जहां एक ओर लोग हर्षोल्लास के साथ ईद मना रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर लोग धूमधाम से अक्षय तृतीया मना रहे हैं। गांगा घाटों पर पुण्य की डुबकी के लिए सुबह से ही आस्थावानों का रेला उमड़ा हुआ है। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने सूर्य को दुग्ध से अर्घ्य अर्पित किया। प्रमुख मंदिरों में अर्चना-पूजा का सिलसिला जारी है।

आपको बता दें कि आज ही के दिन काशी में जग के नाथ बाबा विश्वनाथ के साथ ही सभी शिवालयों में जलघरी अर्पित की जाती है। इसके अलावा खस के पर्दे लगाए जाते हैं। जलघरी से चौबिसों घंटे महादेव पर जल टपकता रहता है। इससे महादेव को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी और शितलता का एहसास होगा।

इस पावन पर्व पर नमामि गंगे काशी क्षेत्र की टीम ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा निर्मलीकरण के अक्षय संकल्प के आह्वान के साथ मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया।

मां गंगा के तट पर मौजूद सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण हेतु भगवान सूर्य और मां गंगा की आरती उतारी। गंगा तलहटी की सफाई करके जल संरक्षण का संदेश दिया। गंगा के आंचल से प्रदूषित सामग्रियों को निकाल कर कूड़ेदान तक पहुंचाया।

LIVE TV