‘ड्रैगन’ का सामना करने वाले एकलौते ग्लोबल लीडर बने पीएम मोदी : अमेरिकी एक्सपर्ट
वाशिंगटन। हाल ही में अमेरिकी एक्सपर्ट द्वारा दावा किया गया है कि चीन के खिलाफ बोलने का साहस करने वाले पीएम मोदी अकेले ग्लोबल लीडर हैं। इसके अलावा अभी तक किसी ने भी चीन की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के खिलाफ खुलकर बोलने का साहस नहीं किया। इतना ही नहीं अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञ एवं प्रतिष्ठित थिंक टैंक हडसन इंस्टीट्यूट में निदेशक माइकल पिल्सबरी ने साफ़ किया कि अमेरिका भी इस मामले में चुप्पी साधे रहा। वहीं मोदी और उनकी टीम ने अपनी बातों को खुलकर प्रस्तुत करने में जरा भी संकोच नहीं किया।
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वहीं अमेरिका की हिन्द-प्रशांत क्षेत्र पर नई रणनीति की सराहना करते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के पूर्व अधिकारी ने कहा कि हाल ही में लोगों ने राष्ट्रपति ट्रंप सहित प्रशासन के सदस्यों को 50 से अधिक बार ‘स्वतंत्र एवं मुक्त’ हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की बात कहते सुना है।
चीन मामलों पर अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञ माने जाने वाले पिल्सबरी ने कहा, ‘‘चीन इसका पहले ही विरोध कर चुका है। उसे यह पसंद नहीं है।’
पिल्सबरी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी तक विश्व के अकेले ऐसे नेता हैं जिन्होंने इसके खिलाफ अपने विचार व्यक्त किए हैं।’’
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उन्होंने कहा कि मोदी और उनकी टीम ने इस पर खुलकर अपने विचार रखे हैं, आंशिक रूप से इसका एक कारण यह भी है कि ‘बेल्ट और रोड इनिशिएटिव’ से भारतीय संप्रभुता के दावों का उल्लंघन होता है।
उन्होंने कहा कि यह पांच साल पुरानी परियोजना है और अमेरिकी सरकार अभी तक इसपर खामोश रही है।
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