
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के सरायअकिल थाना क्षेत्र के एक गांव में रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। एक 19 वर्षीय अविवाहित युवती को उसके चचेरे भाई ने डरा-धमकाकर कई बार दुष्कर्म किया, जिसके परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई।
16 अक्टूबर को युवती ने घर में ही एक बच्ची को जन्म दिया। प्रसव के तीन दिन बाद, 19 अक्टूबर को नवजात का शव गांव के पास तालाब में उतराता हुआ मिला। पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी चचेरे भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि नवजात की हत्या के आरोपी—पीड़िता की मां और सगा भाई—फरार हैं। पुलिस ने इनकी तलाश के लिए टीमें गठित की हैं और जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।
पुलिस के अनुसार, युवती ने परिवारवालों की पूछताछ पर चचेरे भाई द्वारा दुष्कर्म की बात कबूली। पीड़िता के सगे भाई को जब यह बात पता चली, तो उन्होंने सरायअकिल थाने में चचेरे भाई के खिलाफ दुष्कर्म और POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया। जांच के दौरान तालाब में नवजात का शव मिलने पर पुलिस हरकत में आ गई।
शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, जिसमें सिर पर चोट लगने, गला दबाने और पटकने से मौत की पुष्टि हुई। इसके बाद चौकीदार की तहरीर पर पीड़िता की मां और सगे भाई के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। दोनों ने कथित तौर पर परिवार की इज्जत बचाने के नाम पर नवजात की हत्या की और शव तालाब में फेंक दिया।
दुष्कर्म आरोपी को बुधवार शाम कनैली गांव के बाहर गुजरी किलनहाई नदी के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल लिया। लिखा-पढ़ी के बाद उसे जेल भेज दिया गया। सीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि दुष्कर्म का आरोपी न्याय के कटघरे में है, जबकि हत्या के आरोपी मां और भाई फरार हैं।
पुलिस टीमें गांव-गांव छानबीन कर रही हैं और डीएनए जांच भी कराई जा रही है ताकि सच्चाई पूरी तरह सामने आ सके। पीड़िता को चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा रही है। यह घटना समाज में परिवारिक रिश्तों और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।