13 साल बाद भारत को मिली बड़ी सफलता, मूडीज ने सुधारी रेटिंग
नई दिल्ली। नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधने वालों को जवाब देते हुए मोदी सरकार ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डुइंग बिजनस लिस्ट में शानदार बढ़त के बाद भारत ने इस साल एक और रिकॉर्ड बना लिया है। अमेरिकी रेटिंग्स एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को भारत की सॉवरन क्रेडिट रेटिंग्स को एक पायदान ऊपर कर दिया। इस बढ़त से विश्व स्तर पर भारत का सिक्का मज़बूत होगा।
एजेंसी ने स्टेबल आउटलुक देते हुए भारत की रेटिंग ‘Baa2’ कर दी। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत सरकार के स्थानीय और विदेशी मुद्रा जारी करनेवाली रेटिंग्स ‘Baa2’ से बढ़ाकर ‘Baa3’ कर दी और रेटिंग आउटलुक को स्थिर से बढ़ाकर सकारात्मक कर दिया।
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ख़ास बात ये है कि मूडीज के बयान में जीएसटी और नोटबंदी की जमकर तारीफ की गई है। इस तारीफ़ से मोदी सरकार की बांछें खिल गईं और प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर मूडीज के ताजा फैसले का स्वागत किया।
मूडीज ने मार्च 2018 में खत्म हो रहे मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 6।7 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है। हालांकि, तात्कालिक बाधाओं के खत्म होने और जीएसटी में लघु एवं मध्यम उद्योगों (SMEs) एवं निर्यातकों को राहत बढ़ाने से अगले वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 7।5 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। वित्त वर्ष 2019 से भारत की जीडीपी और तेजी से बढ़ेगी। मूडीज ने कहा, ‘लॉन्ग टर्म में भारत की विकास की संभावना Baa रेटिंग वाले ज्यादातर देशों से बहुत ज्यादा है।’
NPA पर सरकार के कदमों की तारीफ
मूडीज ने एक बयान में कहा, ‘मूडीज ने रेटिंग्स अप्रगेड करने का फैसला इस उम्मीद से लिया है कि आर्थिक और सांस्थानिक सुधारों की दिशा में लगातार कदम बढ़ाने से भविष्य में भारत में उच्च वृद्धि की संभावनाएं बढ़ेंगी और सरकारी कर्जों के लिए इसका बड़ा और स्थिर वित्तीय आधार तैयार होगा। इससे मीडियम टर्म में सामान्य सरकारी कर्ज का बोझ धीरे-धीरे कम करने में मदद मिलेगी।’ हालांकि एजेंसी ने भारत को सावधान भी किया है कि कर्ज का बड़ा बोझ अब भी देश की क्रेडिट प्रोफाइल का अवरोधक है। बयान में कहा गया, ‘मूडीज का मानना है कि सुधारों की वजह से कर्ज में तेज वृद्धि का जोखिम होगा, भले ही सुधार थोड़े नरम पड़ जाएं।’
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13 साल बाद पहली बार सुधारी रेटिंग
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने आर्थिक और सांस्थानिक सुधारों की वजह से वृद्धि की संभावनाएं बढ़ने को रेटिंग में सुधार का कारण बताया। खास बात यह है कि मूडीज ने भारत की रेटिंग 13 साल बाद अपग्रेड की है। इससे पहले उसने साल 2004 में भारत की रेटिंग बढ़ाकर ‘Baa3’ की थी। साल 2015 में भारत का रेटिंग्स आउटलुक ‘स्टेबल (स्थिर)’ से ‘पॉजिटिव (सकारात्मक)’ कर दिया गया था। ‘Baa3’ निवेश के नजरिए से सबसे निचले दर्जे की रेटिंग है जो ‘जंक’ स्टेटस से महज एक पायदान ऊपर होती है।
आपको बता दें की इससे पहले वर्ल्ड बैंक के ईज ऑफ डुइंग बिजनस लिस्ट में भारत ने 30 अकों का बड़ा उछाल भरा। पिछले साल के 130वें स्थान से 30 अंकों की छलांग लगाते हुए भारत अब 100वें नंबर पर पहुंच गया है। भारत का प्रदर्शन कई क्षेत्रों में पहले के मुकाबले बेहतर हुआ। इन क्षेत्रों मे बेहतर प्रदर्शन के कारण ही ईज ऑफ डूइंग बिजनस में भारत की ओवरऑल रैंकिंग सुधर गई।
Moody's believes that the @narendramodi Government's reforms will improve business climate, enhance productivity, stimulate foreign and domestic investment, and ultimately foster strong and sustainable growth. @MoodysInvSvc
— PMO India (@PMOIndia) November 17, 2017