रिपोर्ट- लोकेश टण्डन
मेरठ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही सुशासन की बात कर रही हो लेकिन उनके विधायकों के कारनामे किसी से छुपे नहीं है। ऐसे ही मेरठ के एक धमकी बाज विधायक है। जो अधिकारियों को ट्रांसफर करवाने की धमकी देकर गैर कानूनी काम कराते हैं। नौकरी बचाने के चक्कर में ज्यादातर अधिकारी भी विधायक की मनमानी का शिकार हो जाते हैं। लेकिन जब कोई अधिकारी नहीं सुनता तो विधायक धमकी पर उतर आता है।
मेरठ के हस्तिनापुर सीट से विधायक दिनेश खटीक सूबे में भाजपा की सरकार बनते ही सत्ता के करीबी हो गए। सत्ता का नशा इस कदर चढ़ा कि उन्होंने अधिकारियों को धमकाना शुरू कर दिया। गैरकानूनी काम करवाने के लिए यह विधायक हर हथकंडा इस्तेमाल कर लेता है। लेकिन इस बार हद तब हो गई जब एक आरोपी को छुड़वाने के लिए विधायक ने थानेदार को ट्रांसफर करवाने की धमकी दे डाली। इस पर थानेदार ने भी विधायक के सामने नतमस्तक होते हुए आरोपी को छोड़ने की पेशकश कर डाली। लेकिन विधायक पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। जिसके चलते उन्होंने थानेदार की एक नहीं सुनी। विधायक की धमकी थानेदार के फोन में रिकॉर्ड हो गई। जिसके बाद धमकी से परेशान थानेदार मनिंदर पाल सिंह ने इसे वायरल कर दिया।
दरअसल हस्तिनापुर के सिंहासन पर काबिज दिनेश खटीक का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी उन्होंने SSP को, सिपाही के ट्रांसफर के लिए फोन करके भला बुरा कहा था। जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो विधायक कुछ दिन के लिए खामोश हो गए। इसके बाद बिजली विभाग के जेई को भी विधायक ने गैरकानूनी कनेक्शन काटने पर धमकाया था। इस मामले का ऑडियो वीडियो क्लिप जब वायरल हो गया तो विधायक फिर खामोश हो गए। लेकिन बाद में जेई को विधायक के दबाव में उस इलाके से हटा दिया गया। लेकिन इस बार पुलिस को धमकाते हुए उनका ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है। ऑडियो क्लिप SSP तक भी पहुंच गया। जिस पर SSP से कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जांच कराने की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
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सूबे की सरकार में कद्दावर विधायक की हैसियत रखने वाले दिनेश खटीक की करतूत से सरकार का सिर भी शर्मसार हो रहा है लेकिन देखना यह होगा कि सबके लिए समान कानून की बात करने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस धमकी बाज विधायक पर कार्रवाई कर पाती है या फिर विधायक के आगे नतमस्तक होकर खामोशी से मामले को ठंडे बस्ते में डाल देगी।