LCH In Airforce: वायुसेना को आज मिलेगा भारत का पहला स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर, दुश्मन देशों के उड़े होश

LCH In Airforce : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा की कैबिनेट कमेटी ने मार्च 2022 में 15 स्वदेशी लाइट अटैक हेलीकॉप्टर खरीदने को मंजूरी दी थी।ये हेलीकॉप्टर 3387 करोड़ मे खरीदे गए हैं।

LCH In Airforce : भारत के पड़ोसी देशों से चल रहे सीमा विवाद के बीच पीएम मोदी देश को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे में आज यानी 3 अक्टूबर का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। सोमवार को केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (एलएसीएच) को वायुसेना में औपचारिक तौर पर शामिल किया जाएगा। खास बात ये है कि भारतीय वायुसेना के पहले स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर, एलसीएच सीमा के करीब राजस्थान के जोधपुर में तैनात किए जाएंगे और सोमवार को एक सैन्य समारोह में रक्षा मंत्री खुद एलसीएच वायुसेना को सौपेंगे।

PM Modi की अध्यक्षता वाली सुरक्षा की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) ने इसी साल मार्च में 15 स्वदेशी लाइट अटैक हेलीकॉप्टर (एलसीएच) खरीदने को मंजूरी दी गई थी. 3387 करोड़ मे ये हेलीकॉप्टर एचएएल से खरीदे गए हैं. इनमें से 10 हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिए हैं और 05 भारतीय सेना (थलसेना) के लिए।

देश का पहला अटैक हेलीकॉप्टर है

भारतीय वायुसेना से पहले थलसेना ने स्वदेशी कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, एलसीएच को अपने जखीरे का हिस्सा बना लिया है। गुरूवार को भारतीय सेना द्वारा बताया गया कि एचएएल ने दो लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, एलसीएच एविएशन कोर को सौंप दिए हैं। एलसीएच‌ देश का पहला अटैक हेलीकॉप्टर है जिसे सरकारी उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स‌ लिमिटेड यानी एचएएल ने तैयार किया है।

क्या हैं HCH की खूबियां?

1 -लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर यानि एलसीएच हेलीकॉप्टर का वजन करीब 6 टन है, जिसके चलते ये बेहद हल्का है जबकि अमेरिका से लिए गए अपाचे हेलीकॉप्टर का वजन करीब 10 टन इससे कहीं ज्यादा है। वजन कम होने के चलते एलसीएच हाई ऑल्टिट्यूड एरिया में भी अपनी मिसाइल और दूसरे हथियारों से लैस होकर आसानी से टेकऑफ और लैंडिंग कर सकता है।

2 – एलसीएच अटैक हेलीकॉप्टर में फ्रांस से खास तौर से ली गई ‘मिस्ट्रल’ एयर टू एयर यानि हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल और हवा से जमीन पर मार करने वाले मिसाइल से लैस है।
3 – एलसीएच में 70 एमएम के 12-12 रॉकेट के दो पॉड लगे हुए हैं‌.
4- एलसीएच की नोज़ यानि फ्रंट में एक 20एमएम की गन लगी हुई है जो 110 डिग्री में किसी भी दिशा में घूम सकती है.
5 – पायलट के हेलमेट पर ही कॉकपिट के सभी फीचर्स डिसपिले हो जाते हैं.
आपको बता दें कि एलसीएच स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर को करगिल युद्ध के बाद से ही भारत ने तैयार करने का मन बना लिया था। क्योंकि उस वक्त भारत के पास ऐसा अटैक हेलीकॉप्टर नहीं था जो 15-16 हजार फीट की उंचाई पर जाकर दुश्मन के बंकर्स को तबाह कर सके। इस प्रोजेक्ट को 2006 में मंजूरी दी गई।
पिछले 15 सालों की कड़ी मेहनत के बाद जाकर ये लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर तैयार हुआ है।

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LCH In Airforce: HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) के मुताबिक एलसीएच (HCH) में इस प्रकार के स्टेल्थ फीचर्स हैं कि ये आसानी से दुश्मन की रडार में पकड़ नहीं आएगा। दुश्मन हेलीकॉप्टर या फाइटर जेट ने अगर एलसीएच पर अपनी मिसाइल लॉक की तो ये उसे चकमा भी दे सकता है। इस हेलीकॉप्टर की बॉडी आरमर्ड है जिससे उसपर फायरिंग का कोई खास असर नहीं होगा। यहां तक की इसके पंखों पर गोली का भी असर नहीं होगा।

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