केरल: महिला से दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग मामले में 2 पादरियों ने किया सरेंडर

कोट्टायम। केरल में एक 34 साल की महिला के साथ कई सालों तक दुष्कर्म करने के मामले में दो पादरियों ने स्थानीय अदालत में सरेंडर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने पादरियों की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए 13 अगस्त तक उन्हें सरेंडर करने का आदेश दिया था।

केरल: महिला से दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग मामले में 2 पादरियों ने किया सरेंडर

जिसके बाद ​महिला के साथ यौन शोषण मामले में आरोपी पाए गए 4 में से दो पादरियों ने तिरुवल्ला सेशन कोर्ट में सोमवार को सरेंडर कर दिया।

इससे पहले इस मामले में आरोपी जॉब मैथ्यू नाम के एक और पादरी ने कोलम में आत्मसमर्पण किया था. इस मामले में पुलिस ने तीन पादरियों पर रेप और एक पादरी पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया था.

महिला ने लगाया था पादरियों पर रेप और ब्लैकमेल करने का आरोप

पुलिस के अनुसार, पीड़ित महिला ने मलनकारा सीरियन ऑर्थाडॉक्स चर्च के पादरियों पर रेप का आरोप लगाया था. महिला ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि पांच पादरियों ने उसका यौन शोषण करने के बाद ब्लैकमेल किया।

पीड़ित महिला के पति ने कहा कि मेरी पत्नी का यौन शोषण किया गया. उसे पादरी के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया. जब उसने तीन पादरियों से मदद मांगी तो उन्होंने भी उसका शोषण किया. एक पादरी ने उसे ब्लैकमेल भी किया।
‘चर्च अथॉरिटी पादरियों को बचाता है’ जबकि बताया जा रहा है कि केरल के अलग-अलग हिस्सों में 12 पादरियों के खिलाफ इस प्रकार के सामने आए हैं। वहीं, पीड़ितों द्वारा ये भी बात कही गई है कि चर्च अथॉरिटी से शिकायत करने पर वो लोग मामले को दबाने की बात करते हैं और पादरियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं।

चर्च अथॉरिटी देता हैं आरोपी पादरियों को संरक्षण

जानकारी के मुताबिक केरल के अलग-अलग हिस्सों में 12 पादरियों के यौन शोषण से संबधित मामले सामने आये हैं। पीड़ितों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि चर्च अथॉरिटी से शिकायत करने पर वो लोग मामले को दबाने की बात करते हैं और पादरियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं। साथ ही पीड़ितों को डराते धमकाते भी हैे।

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