इतिहास के पन्ने सीधे जुड़े हैं कर्नाटक के बेलगाम से, जानें और क्या है खास

भारत का दक्षिण हिस्सा अपने खूबसूरत नजारों और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इसलिए हम आपको इन स्थानों के बारे में बताते भी रहते हैं। आज हम आपको बैंगलूर से 506 किमी की दूरी पर स्थित बेलगाम नामक शहर के बारे में बताने जा रहे हैं। माना जाता है कि इस शहर का निर्माण 12 वीं शताब्दी में राजा रट्ट राजवंश ने कराया था। दक्षिण के इस हिस्से को देखने के लिए भारत से दूर-दूर से लोग यहां आते हैं। इस शहर का नाम वेणुग्राम यहां के राजा के नाम पर पड़ा जिसका मतलब है बांस का गांव।

कर्नाटक के बेलगाम

बेलगाम का किला

आप इस शहर को निहारने की शुरुआत यहां के खास किले बेलगाम किले से कर सकते हैं। यह किला यहां के मुख्य आकर्षणों से जुड़ा हुआ है। अतीत से जुड़े पन्ने बताते हैं कि इस किले का निर्माण 1204 ईस्वी में राजा राजवंश ने कराया था।  इस किले में मां दुर्गा और गणेश जी के मंदिर भी है। इतना ही नहीं इस किले में मंदिर के साथ-साथ मस्जिद भी है। यहां पर जैन मंदिर भी बड़ी संख्या में हैं। इस मंदिर की वास्तुकला में चालुक्य,दक्कन और डो-सरसोनिक कला का खूबसूरत चित्रण है। इस किले में घूमने का समय सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक का रहता है।

गोकक जलप्रपात

बेलगाम की ऐतिहासिक संरचनाओं के अलावा आप यहां प्राकृतिक स्थलों की सैर का आनंद उठा सकते हैं। गोकक फॉल्स यहां के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है, जहां की सैर करना आगंतुकों को काफी ज्यादा पसंद है। यह एक विशाल जलप्रपात है, जहां पानी चट्टानी सफर पूरा करते हुए 171 फीट की ऊंचाई से गिरता है। इस झरने की आवाजा काफी दूर से सुनी जा सकती है। यहां के लटकता हुआ ब्रिज भी मौजूद है, जहां से आप इस झरने के अद्भुत दृश्यों को देख सकते हैं। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।

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कमला बस्ती

जब भी आप बेलगाम जाए तो यहां के आकर्षण स्थान पर जाना कभी भी ना भूलें। इस स्थल पर एक अलग की तरह की वास्तुकला का इस्तेमाल किया गया है। जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। धार्मिकता के आधार पर यह मंदिर बहुत की जाना जाता है। यह एक बहुत ही जाना माना धार्मिक स्थान है।

येल्लूर का किला

बेलगाम के पर्यटन आकर्षणों में आप यहां के राजहंशगढ़ येल्लूर किले की सैर का प्लान भी बना सकते हैं। पुरातात्विक सर्वेक्षण से पता चला है कि इस किले पर कई शक्तिशाली साम्राज्य राज कर चुके हैं, जिनमें मराठा, पेशवा, हौसला और बहमनी शामिल थे। यह किला यहां की पहाड़ी पर बना है, इसलिए यहां ट्रेकिंग का रोमांच भरा अनुभव भी लिया जा सकता है। किले से आप आसपास के प्राकृतिक दृश्यों का जी भरकर आनंद ले सकते हैं। इस पहाड़ी पर मीठे पानी के एक कुआं और एक प्राचीन शिव मदिर भी मौजूद है। इतिहास के प्रेमी और एडवेंचर के शौकीन यहां आ सकते हैं।

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जंबोटी हिल्स

इस शहर को बारीकी से देखने के बाद आप यहां के जंबोटी हिल्स को भी घूमने का प्लान कर सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्थान किसी के कम नहीं है। यह स्थान सबके लिए बहुत ही आकर्षण का केंद्र माना जाता है। यहां से एक बहुत ही खास नदी होकर गुजरती है। इस नदी का नाम है मांडवी नदी। पर्यटक के लिए नदी भी बहुत खास है। यहां पर आने वाला हर सैनानी इस नदी में जाए बिना खुद को रोक ही नहीं पाता है। अगर आपको फोटोग्राफी का शौक है तो यह स्थान आपके लिए बहुत खास है।

 

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