हमारे पास हेरिटेज टूरिज्म के लिए बहुत बड़ा स्पेस : सीएम योगी

योगीलखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां शुक्रवार को कहा कि ‘इस जनपद में बहुत कुछ है देश को प्रदेश को देने के लिए। दुधवा में हमारे पास हेरिटेज टूरिज्म के लिए बहुत बड़ा स्पेस है, करोड़ों लोग प्रतिवर्ष आते हैं। लेकिन हमने उसको आगे बढ़ाने का प्रयास नहीं किया।’

जिला खीरी मर स्थित दुधवा टाइगर रिजर्व में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पक्षी महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने दुधवा नेशनल पार्क पर बनी कॉफी टेबल बुक, लखनऊ प्राणि उद्यान पर बनी पुस्तक, ईको सर्किट बोर्ड व सारस पर बनी सीडी का विमोचन किया।

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पक्षी महोत्सव के दौरान पहुंचे मुख्यमंत्री योगी व वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने दुधवा के मुख्यद्वार का लोकार्पण किया। इस मौके पर दुधवा पर बनाई गई फिल्म का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सीएम ने दुधवा को हवाई सेवा से जोड़ने का ऐलान भी किया।

उन्होंने कहा, “हम दुधवा को दिल्ली से जोड़ेंगे, हम दुधवा को हवाई सेवा से जोड़ेंगे। दिल्ली से जुड़ने पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। हमारे पास इको टूरिज्म के लिए देश में सबसे बड़ा स्पेस हो सकता है, पर कभी हमने उसको प्रमोट करने का प्रयास नहीं किया। लाखों नौजवान को इस से जोड़ सकते हैं अच्छे व प्रशिक्षित गाइड दे सकते हैं।”

योगी ने वन विभाग के संदर्भ में कहा कि वन विभाग को एक कार्य योजना बनानी पड़ेगी। वन विभाग के पास ऐसे 38 इको टूरिज्म के स्थल चिन्हित हुए हैं, पूरे प्रदेश के अंदर इस बातचीत हुई चाहिए, प्रयास किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि नदियां सूखती जा रही हैं। इस जनपद में कभी सुहेली नदी बहती थी, वह आज सूख गई है। जल व वन का समन्वय है, वन है तो जल है, और जल है तो जीवन है और जल नहीं होगा तो जीवन कहां से होगा। वन काटेंगे तो सिल्ट बहेगा और सिल्ट और बालू से नदियां भर जाएंगी तो वह अपने आप समाप्त हो जाएंगी।

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गन्ना किसानों के बारे में सांत्वना देते हुए योगी ने कहा, “इस बार गन्ना किसान कोई भी परेशान नहीं होंगे। कुछ कारण रहे जिसकी वजह से उनको सही समय पर भुगतान नहीं हो सका। हमने बैठक बुलाई और आदेश दिया है कि सभी गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिनों के अंदर उनके खातों में पहुंच जाना चाहिए।”

कार्यक्रमों में थारू महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए उन्हें पारिश्रमिक के अतिरिक्त सम्मान स्वरूप मानदेय भी दिए जाने की बात मुख्यमंत्री ने कही।

इस अवसर पर कई स्टॉल लगाए गए, जिसमें प्रदेश की हस्तकला व अन्य सामग्रियां प्रदर्शित एवं बिक्री के लिए उपलब्ध रहीं।

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