गुजरात चुनाव : इंटरव्यू देना राहुल को पड़ा भारी… EC ने लगाई प्रसारण पर रोक, मांगा जवाब

राहुल गांधीनई दिल्ली। गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले यहां के एक निजी चैनल को इंटरव्यू देना राहुल गांधी को भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। पहले तो इस इंटरव्यू को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर इसका प्रसारण न होने देने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी कहा कि इस मामले में फैसला लेने का हक़ चुनाव आयोग को है, न कि भाजपा को। लेकिन राहुल के लिए मुश्किलें तब ज्यादा बढ़ गईं, जब इलेक्शन कमीशन ने भी मामले में आपत्ति जताते हुए इस इंटरव्यू को प्रसारित करने वाले चैनलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दे दिया। इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने इस बाबत राहुल से भी अपनी सफाई में जवाब मांगा है।

खबरों के मुताबिक़ आयोग ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उन मीडिया चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, जिन्होंने चुनाव वाले जिलों में यह इंटरव्यू प्रसारित किया।

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आयोग ने ऐसे मीडिया चैनलों के खिलाफ जनप्रतिनिधि अधिनियम 1951 के उल्लंघन के तहत एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

इसके साथ ही चुनाव आयोग ने राहुल गांधी पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी किया है। आयोग ने राहुल से 18 दिसंबर शाम 5 बजे तक जवाब देने को कहा है।

आयोग ने राहुल के इंटरव्यू के प्रसारण को दूसरे चरण के मतदान से 48 घंटे पहले तक लगी पाबंदी का उल्लंघन करार दिया है।

मतदान वाले जिलों में राहुल के इंटरव्यू के प्रसारण की खबरें और इसके खिलाफ मिली शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने कहा, ‘इस तरह का प्रसारण जनप्रतिनिधि कानून की धारा 126 (3) के तहत ‘चुनाव मामले’ की व्याख्या में आता है और मतदान वाले क्षेत्रों में 48 घंटे पहले तक इनका प्रसारण इस कानून का उल्लंघन माना जाता है।’

बता दें राहुल गांधी के इंटरव्यू के खिलाफ भाजपा ने गुजरात चुनाव आयोग में तीन शिकायतें दर्ज कराई थी और दावा किया था कि उनका इंटरव्यू चुनाव प्रचार के दायरे में आता है, जिसकी मतदान के 48 घंटे पहले तक इजाजत नहीं है।

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इससे पहले नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि गुजरात चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए ‘चौंकाने वाले’ होंगे।

राहुल ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी के जुबानी हमलों का जवाब नहीं दिया, क्योंकि मैं राजनीतिक भाषणों में निजी हमलों की संस्कृति को बदलना चाहता हूं।

ध्यान रहे, प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपने भाषणों में निशाना बनाया था।

वहीं राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगने के लिए कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने मनमोहन सिंह पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भाजपा को गुजरात में हराने के लिए पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ गुप्त बैठक की।

राहुल ने कहा, “यह गलत है। यदि मोदीजी प्रधानमंत्री हैं तो मनमोहन सिंहजी भी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपना जीवन देश को समर्पित किया। यह अस्वीकार्य है। स्पष्ट तौर पर मोदी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने जो भी कहा, वह गलत है।”

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