CBSE बोर्ड के विद्यालय के प्रबंधक डाल रहे है डाका
जनपद सुलतानपुर में कुकुरमुत्ते की तरह उग आये प्राइवेट विद्यालयो की करामात यह है की LKG से लेकर 8वीं कक्षा के बच्चों की किताब हर साल बदलते रहते है और जिसका खमियाजा उस विद्यालय के गार्जियन को भरना पड़ता है। LKG से 8 वीं तक के किताब हर साल बदलने पर इसका कमीशन का बड़ा हिस्सा मिलता है जिससे बच्चों के माँ बाप को बड़ी परेसानी होती है।फ़ीस के नाम पर अधिक वसूली,किताब के नाम पर अवैध वसूली,ड्रेस के नाम पर अवैध वसूली,इस विद्यालय के प्रबंधको के किताबो और ड्रेस की दुकानों पर कमीशन तय रहता है जिसका बड़ा हिस्सा विद्यालय को जाता है।समझ में यंही नही आता है की इन नन्हे मुन्ने बच्चों के किताबो में A से Z और अ से ज्ञ तक ही अक्षर ही लिखा होता है की और कुछ………….