केंद्रीय मंत्री बोले- ऐसा कोई पैदा नहीं हुआ जो आरक्षण खत्म कर दे, न भूतो ना भविष्यति

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने सोमवार को कांग्रेस पर डॉ. बी. आर. अंबेडकर की विरासत की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने अनुसूचित जाति (एससी) व अनुसूचित जनजाति (एसटी) के हितों की रक्षा के लिए काम किया है।

राम विलास पासवान

पासवान ने यहां संवाददाताओं से कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश के खिलाफ समीक्षा याचिका दाखिल की है जो अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के कड़े प्रावधानों को कमजोर करता है।

पासवान ने कहा कि इस अधिनियम को वी.पी.सिंह की अगुवाई वाली राष्ट्रीय मोर्चा सरकार के कार्यकाल में अधिनियमित किया था और इसे मजबूत करने के लिए संशोधन भाजपा के शासन में किया गया, जबकि इस तरह का कोई प्रयास कांग्रेस द्वारा नहीं किया गया।

उन्होंने कहा, “एससी व एसटी समुदाय के लोगों में गुस्सा है। हम छात्रों के विरोध प्रदर्शन को समझ सकते हैं। हालांकि , राजनीतिक दलों को मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।”

यह भी पढ़ें:- CM योगी की तरह कर्नाटक चुनाव के मैदान में उतरेंगे ये 4 भगवाधारी!

पासवान ने कहा कि कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ है जो आरक्षण खत्म कर दे, न भूतो ना भविष्यति। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार हो, ये पूना एक्ट के जरिए आया है। रामविलास बोले कि मोदी जी ने खुद कहा है कि आरक्षण खत्म करने के लिए मेरी लाश से गुजरना होगा।

लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख ने यह भी कहा, “कांग्रेस ने अंबेडकर को कभी सम्मान नहीं दिया। इसने लोकसभा चुनाव में अंबेडकर के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारे थे। संसद के केंद्रीय हाल में नेहरू, इंदिरा गांधी के चित्र थे, लेकिन अंबेडकर का चित्र 1989 तक गायब था।”

यह भी पढ़ें:- इराक में मारे गए भारतीयों के पार्थिव अवशेष पहुंचे स्वदेश, सरकार ने किया बड़ा ऐलान

पासवान ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के अंबेडकर के नाम के बीच में ‘रामजी’ जोड़ने के फैसले को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।

देखें वीडियो:-

LIVE TV