मक्का मस्जिद पर फैसला आते ही भाजपा ने दिखाए तीखे तेवर, कहा- माफी मांगे राहुल-सोनिया
नई दिल्ली। हैदराबाद मक्का मस्जिद मामले में फैसला आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस को घेरे में ले लिया। भाजपा ने कांग्रेस पर हिंदू धर्म को बदनाम करने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं मामले को उठाते हुए भाजपा ने कहा- अब राहुल और सोनिया गांधी को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।
खबरों के मुताबिक़ भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस नेताओं पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के चेहरे से मुखौटा उतर गया है।
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वर्ष 2013 में कांग्रेस के जयपुर अधिवेशन में तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने हिंदू आतंकवाद नामक शब्द का प्रयोग किया था।
उन्होंने भाजपा और अराएसएस पर भी आरोप लगाए थे। बाद में जब शिंदे से इस बाबत सवाल पूछा गया था तो उन्होंने अखबार में यह बात पढ़ने की बात कही थी।’
संबित पात्रा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और दिग्विजय सिंह पर भी हमला बोला।
भाजपा प्रवक्ता ने बटला हाउस एनकाउंटर पर खुर्शीद के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि मुठभेड़ के बाद सोनिया गांधी रोई थीं। वहीं, दिग्विजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ कह कर संबोधित किया था।
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बता दें कि वर्ष 2007 के मक्का मस्जिद बम धमाके में विशेष अदालत ने स्वामी असीमानंद समेत सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।
एनआईए आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य पेश नहीं कर सकी। इस धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 58 अन्य लोग घायल हो गए थे। शुरुआती जांच के बाद इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था। वर्ष 2011 में धमाके की जांच की जिम्मेदारी एनआईए के हवाले कर दी गई थी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘वर्ष 2010 में पी. चिदंबरम ने पहली बार इस शब्द (हिंदू आतंकवाद) का प्रयोग किया था। चंद वोट बटोरने के लिए कांग्रेस द्वारा की जा रही तुष्टिकरण की नीति का आज (16 अप्रैल) को पर्दाफाश हुआ है। मैं कांग्रेस से सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैंडल लेकर क्षमायाचना करने के लिए मध्यरात्रि को 12 बजे इंडिया गेट पर आएंगे या नहीं।’
भाजपा ने सोनिया और राहुल गांधी पर भी जमकर हमला बोला। संबित ने कहा, ‘पी. चिदंबरम और सुशील कुमार शिंदे ने हिंदू धर्म को बदनाम करने की शिक्षा राहुल और सोनिया गांधी से ही ली है। क्या इन दोनों ने राहुल की मंजूरी के बिना ही हिंदुओं के खिलाफ बयान दिया था। सोनिया और राहुल गांधी के दिल में इस देश के प्रति थोड़ी से भी आत्मीयता है तो आज उन्हें क्षमायाचना करनी चाहिए।’
वहीं विश्व हिन्दू परिषद् के अंतराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में आए अदालत के फैसले पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे हिन्दू द्रोही कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के मुंह पर करारा तमाचा करार दिया है।
कुमार ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा, “हिन्दू आतंकवाद का सगूफा रच कर निर्दोष हिन्दुओं को फंसाने के षडयंत्र की आड़ में विस्फोट करने वाले वास्तविक अपराधियों को बचा ले गई तत्कालीन कांग्रेस सरकार। असली अपराधियों के छूटने पर यदि कोई सर्वाधिक प्रसन्न हुआ था, तो वह था पाकिस्तान, जिसके लोग आसानी से भागने में सफल रहे।”
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल की तरफ से जारी बयान में कुमार ने यह भी कहा है कि इस फैसले से मुस्लिम तुष्टीकरण की आड़ में हिन्दुओं को दोयम दर्जे का नागरिक तथा जांच एजेंसियों को राजनैतिक मोहरा बनाने की तत्कालीन सरकार की घृणित नीति की भी कलई खुल गई है।
गौरतलब है कि हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास जुमे की नमाज के दौरान 11 साल पहले हुए बम विस्फोट के मामले में एनआईए की विशेष अदालत ने सोमवार को एक अहम फैसले में सभी पांच आरोपियों को बरी कर दिया। विस्फोट में नौ लोग मारे गए थे, और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
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