
कुमार रहमान
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पिछले कुछ सालों से लगातार हो रही कैंसर से मौतों के संबंध में हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। कोर्ट ने रामगंगा नदी में उद्योगों के आसेरनिक रसायन की वजह से बरेली के भूरीपुर गांव में कैंसर से हो रही मौतों पर राज्य सरकार और प्रदूषण बोर्ड से चार हफ्ते में जवाब मांगा है।
कोर्ट ने एक जन सुनवाई के बाद यह सख्ती अपनाई है। कोर्ट के इस रुख से बरेली प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। आपको बताते चलें कि बरेली के मीरगंज विधानसभा क्षेत्र के गांव बहरौली में कैंसर से मरने वालों की संख्या 40 से ऊपर बताई जा रही है।
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आंवला विधानसभा क्षेत्र के गांव भूरीपुर में कैंसर से मरने वालों की संख्या पांच बताई जा रही है। जानकारों के अनुसार रामगंगा नदी से सटे गांवों में कैंसर से मरना आम बात है।
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वहीँ बरेली के सीएमओ विनीत शुक्ल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को बहरौली के साथ भूरीपुर गांव के बारे में पूरी जानकारी है। बहरौली में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है। साथ ही जलकल विभाग से भी मदद ली जा रही है।
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