कैराना सांसद इकरा हसन से ADM की अभद्रता का मामला, अखिलेश यादव और सपाइयों का हंगामा

सहारनपुर के कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन के साथ अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) संतोष बहादुर सिंह द्वारा कथित अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया। इस घटना ने सियासी तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान, और अन्य नेताओं ने इसकी कड़ी निंदा की, जबकि मंडलायुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी ने जांच शुरू की है।

1 जुलाई 2025 को दोपहर करीब 3 बजे, इकरा हसन छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ स्थानीय समस्याओं, विशेष रूप से छुटमलपुर ईओ की शिकायत को लेकर सहारनपुर कलेक्ट्रेट में ADM संतोष बहादुर सिंह से मिलने गईं। इकरा ने आरोप लगाया कि ADM ने उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया और “गेट आउट” कहकर कार्यालय से बाहर जाने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि ADM ने जनप्रतिनिधि और महिला होने के बावजूद प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।

इकरा ने इसकी लिखित शिकायत मंडलायुक्त को दी, जिसके बाद जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए गए। उन्होंने योगी और मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और महिला सशक्तिकरण के नारे देने वाली सरकार में एक अधिकारी द्वारा महिला जनप्रतिनिधि का अपमान अस्वीकार्य है। उन्होंने महिला विरोधी मानसिकता वाले अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

ADM का पक्ष
ADM संतोष बहादुर सिंह ने आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें सांसद के कार्यालय में आने की सूचना मिली, वे तुरंत पहुंचे। इकरा ने फोन न उठाने और छुटमलपुर ईओ की शिकायत की, लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी। उन्होंने दावा किया कि कोई अभद्रता नहीं हुई और उन्होंने जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया।

सपा का विरोध और अखिलेश का बयान
सपा कार्यकर्ताओं ने इस घटना के खिलाफ तीखा विरोध जताया। सपा जिलाध्यक्ष चौधरी अब्दुल वाहिद और महानगर प्रभारी अभिषेक टिंकू अरोड़ा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर ADM के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य फैसल सलमानी ने इसे विपक्ष के खिलाफ राजनीतिक साजिश बताया और उच्च अधिकारियों से मुलाकात की बात कही।

अखिलेश यादव ने फेसबुक और X पर लिखा, “जो अधिकारी सांसद का सम्मान नहीं करता, वह जनता का सम्मान क्या करेगा?” उन्होंने ADM के कथित बयान, “यह ऑफिस मेरा है, मैं जो चाहूं कर सकता हूं,” की निंदा की और इसे लोकतंत्र का अपमान बताया।

पूर्व नेताओं की प्रतिक्रिया

  • पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान: उन्होंने फेसबुक पर लिखा, “इकरा हसन हमारी बेटी हैं। उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सांसद का अपना प्रोटोकॉल होता है।” उनकी पोस्ट पर कई कमेंट्स में घटना की निंदा की गई।
  • पूर्व विधायक माविया अली: उन्होंने इसे BJP सरकार में अधिकारियों की बेलगाम कार्यशैली का उदाहरण बताया और इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया।
  • पूर्व सभासद सिकंदर अली: उन्होंने भी इस घटना की कड़ी निंदा की।

सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
यह घटना उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच तनाव को दर्शाती है। कुछ X पोस्ट्स में इसे BJP सरकार द्वारा विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने की साजिश बताया गया, जबकि अन्य ने इसे महिला सांसद के अपमान के रूप में देखा, जो लोकतंत्र और महिला सशक्तिकरण के खिलाफ है। एक अन्य X पोस्ट ने AI द्वारा इकरा हसन का फर्जी वीडियो वायरल होने की घटना का जिक्र किया, जिससे उनके प्रति लक्षित हमलों की आशंका बढ़ गई है। हालांकि, यह जानकारी अपुष्ट है और इसकी प्रासंगिकता जांच की आवश्यकता है।

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