
उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ने के साथ 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र के 11 जिलों—बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, हमीरपुर, महोबा, झांसी, और ललितपुर—में अत्यधिक भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

इसके अलावा, 19 अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है। पूरे प्रदेश के 58 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
भारी बारिश वाले जिले
प्रतापगढ़, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, रायबरेली, अमेठी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, और जालौन में भारी बारिश की संभावना है। इन क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
लखनऊ का मौसम
लखनऊ में 16 जुलाई को हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसून की सक्रियता के कारण 17 जुलाई को लखनऊ में अच्छी बारिश के आसार हैं, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसम का कारण
IMD के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम बिहार के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर 17 जुलाई को दक्षिण-पूर्वी यूपी में डिप्रेशन में बदल गया। यह मौसमी सिस्टम भारी बारिश और गरज-चमक का कारण बन रहा है।
प्रभाव और चेतावनी
- जलभराव और बाढ़: वाराणसी, सोनभद्र, और मिर्जापुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हैं। कई जिलों में जलभराव और बिजली कटौती की समस्या हो रही है।
- स्कूल बंद: भारी बारिश के कारण कुछ जिलों, जैसे सोनभद्र और मिर्जापुर, में स्कूल 17 जुलाई को बंद रहेंगे।
- सुरक्षा सलाह: IMD ने लोगों से गरज-चमक और बिजली गिरने के दौरान घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। निचले इलाकों में बाढ़ और जलभराव की आशंका को देखते हुए सतर्कता बरतने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित 16 जिलों—लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, उन्नाव, देवरिया, हरदोई, अयोध्या, बहराइच, बुदायूं, गोंडा, महाराजगंज, और सीतापुर—में पीड़ितों को 24 घंटे के भीतर सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।