देश के दक्षिण हिस्से में लग गया सूर्यग्रहण, क्या है सूतक और क्या है इसका समय

आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है। यह ग्रहण पूरे देश के दक्षिण हिस्से में को पूर्ण है लेकिन देश के बाकी हिस्सों में आंशिक है। इस ग्रहण में सूर्य का बाहरी हिस्सा दिव्यमान रहेगा। भारत में यह ग्रहण सुबह 8: 17 बजे से सुबह 10: 57 बजे तक रहेगा। इस दौरान सभी मंदिर बंद रहेंगे। . इस साल के आखिरी सूर्यग्रहण को खगोलविदों ने ‘रिंग ऑफ फायर’ का नाम दिया है।

सूर्यग्रहण

रिंग्‍स ऑफ फायर इसलिए कहा गया है, क्‍योंकि इसमें सूरज का मध्य भाग ही छाया में रहेगा, जबकि बाहर का क्षेत्र प्रकाशित रहता है। इससे पहले इस साल दो बार सूर्यग्रहण लग चुका है। पहला सूर्यग्रहण 6 जनवरी और दूसरा 2 जुलाई को लगा था, जो आंशिक था. इस बार का सूर्यग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में होगा। सूर्य के साथ इस बार केतु, बृहस्पति और चंद्रमा आदि ग्रह भी हैं, जिससे ज्‍योतिषी कल्याणकारी बता रहे है।

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण राजधानी और उत्तरभारत में नहीं दिखाई देगा। दक्षिण हिस्से में यह ग्रहण पूरी तरह से दिखाई देखा। सूर्य ग्रहण देखने के लिए दिल्ली के नेहरू तारामंडल में खास इंतजाम किए गए हैं और बड़ी-बड़ी दूरबीनें लगाई गई हैं।

आज का राशिफल, 26 दिसंबर 2019, दिन- गुरुवार

बताया जाता है कि सूर्य ग्रहण का असर ब्रह्मांड के हर वस्तु पर दिखता है. इस बार सूर्यग्रहण का सूतक बुधबार रात से ही शुरू हो गया था। सूर्य ग्रहण के दौरान कोई शुभ काम नहीं किए जाते हैं। 144 साल बाद एक ऐसा संयोग बना है जिसमें अमावस्या और गुरुवार एक ही दिन पड़ रहे हैं। वहीं चंद्रमा हर ढाई दिन में राशि परिवर्तन करेगा, जिससे इस महीने सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र बदलेगा।

माना जाता है कि सूर्यग्रहण बच्चों और बूढ़े के लिए काफी नुकसानदायक होता है। इस समय में घर में भोजन भी नहीं बनाना चाहिए। अगर इस काल में आप कोई भोजन बनाते हैं तो वह दूषित होता है। जिसका सेवन करने से तमाम तरह की रोग होते हैं।

 

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