साल दर साल ‘विश्व रिकॉर्ड’ अपने नाम करने वाले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हुए 46 साल के, जानें कुछ अन्य जानकारियां और सम्मान

24 अप्रैल 1973 को जन्में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास में दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में 15,000 से अधिक रन बनाने वाले विश्व के इकलौते खिलाड़ी हैं। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट एवं वनडे में सर्वाधिक शतक भी बनाये हैं। 16 नवंबर 2013 को उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न के लिए भी चुना गया। इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुने जाने वाले वह देश के पहले खिलाड़ी हैं। 2008 में उन्हें पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किया जा चुका है।

साल दर साल 'विश्व रिकॉर्ड' अपने नाम करते चले आए सचिन तेंदुलकर हुए 46 साल के, जानें कुछ अन्य सम्मान

राजापुर के सारस्वत ब्राह्मण परिवार में जन्में सचिन का नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने संगीतकार संचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें खेलने के लिए प्रोत्साहित किया था। क्रिकेट के अलावा वे अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं। उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ बनने के लिये एम.आर.एफ पेस फाउंडेशन के अभ्यास कार्यक्रम में शिकरत की। लेकिन वहां तेज़ गेंदबाज़ी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें पूर्ण रुप से अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।

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1988 में स्कूल के एक हॉरिस शील्ड मैच मे विनोद कांबली के साथ खेलते हुए 664 रन की भागीदारी बनाकर स्कूल क्रिकेट में विश्व कीर्तिमान स्थापित कर दिया। उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच मुंबई के लिए 14 वर्ष की उम्र में खेला।

अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में सचिन की एंट्री 15 नवंबर 1989 को हुई। उनका पहला टेस्ट पाकिस्तान के खिलाफ कराची में था तथा पहला एकदिवसीय क्रिकेट भी उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ही खेला था। टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक लगाकर उन्होंने सुनील गावस्कर, डॉन ब्रेडमैन और विवियन रिचडर्स जैसे क्रिकेट के पूर्व महारथियों के बनाये हुए रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इसके अलावा वनडे में 18,000 से अधिक रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।

16 नवंबर 2013 को उन्होंने क्रिकेट से सन्यास लेने का संकल्प लिया जिसके बाद भारत सरकार ने उन्हें देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की। इससे पहले उन्हें 1999 में पद्मश्री, 2008 में पद्म विभूषण भी मिल चुका था।

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अन्य सम्मान

1997 – इस साल के विज्डन क्रिकेटर।

2003 – 2003 क्रिकेट विश्व कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट।

2004, 2007, 2010 – आईसीसी विश्व वनडे एकादश में शामिल।

2009, 2010, 2011 – आईसीसी विश्व टेस्ट एकादश में शामिल।

2010 – लंदन में पीपुल्स च्वाइस अवार्ड से सम्मानित।

2010 – विज़डन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर।

2010 – वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के लिए आईसीसी पुरस्कार, सर गारफील्ड सोबर्स ट्राफी

2010 – एलजी पीपुल्स च्वाइस अवार्ड से सम्मानित।

2010 – भारतीय वायु सेना द्वारा मानद ग्रुप कैप्टन की उपाधि।

2011 – बीसीसीआई द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर।

2011 – कैस्ट्रॉल वर्ष के इंडियन क्रिकेटर।

2012 – विज्डन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट पुरस्कार।

2012 – सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) की मानद आजीवन सदस्यता।

2012 – ऑस्ट्रेलिया के आदेश के मानद सदस्य, ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा दिए गए।

अप्रैल 2012 में भारतीय संसद में राज्यसभा के मनोनीत सदस्य।

2013 – भारतीय डाक ने सचिन तेंदुलकर का एक डाक टिकट जारी किया और वह मदर टेरेसा के बाद दूसरे भारतीय बने जिनके लिये ऐसा डाक टिकट उनके अपने जीवनकाल में जारी किया गया।

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