वाराणसी से नहीं अमेठी से संसद पहुँचने की तैयारी में हैं प्रियंका गाँधी, जाने कैसे

तमाम अटकलों और सियासी चर्चाओं के बाद आखिरकार प्रियंका गांधी के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी शंखनाद करने की संभावनाओं पर विराम लग गया।
कांग्रेस ने भाजपा से विमुख होकर कांग्रेस का हाथ थामने वाले अपने पिछले उम्मीदवार अजय राय को एक बार फिर वाराणसी से टिकट दिया। अजय राय के नाम पर कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की मुहर के बाद पीएम मोदी के दो दिवसीय वाराणसी दौरे से पहले ही सूची जारी कर दी गई।
pm मोदी और प्रियंका
राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, पार्टी प्रवक्ता से लेकर कांग्रेस नेताओं ने पिछले कुछ दिनों से वाराणसी से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना को बरकरार रखा था। यहां तक कि प्रियंका गांधी ने खुद भी इस चर्चा को बल दिया था।
ऐसे में अचानक से उनकी दावेदारी पर विराम लगने से सियासी गलियारे में कई सवाल उमड़-घुमड़ रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो, जिस तरह गुरुवार को पीएम मोदी के रोड शो में काशीवासी उमड़ पड़े और शुक्रवार को नामांकन में एनडीए ने शक्ति प्रदर्शन किया, ऐसे में प्रियंका गांधी के यहां से चुनाव न लड़ने का फैसला अब लिया जाता तो भाजपा को कांग्रेस पर हमलावर होने का एक और मौका मिल जाता। एनडीए के नेताओं को राहुल-प्रियंका को चिढ़ाने का एक और मुद्दा मिल जाता।
LIVE TV