वाराणसी में की गयी बारिश के लिए पूजा, साथ ही राग मल्हार बजाया गया !

रिपोर्ट – काशीनाथ शुक्ला

वाराणसी :  ज्येष्ठ मास आँखो ही आँखो में बीतने को है लेकिन बदरा बरसने के लिए तैयार नहीं दिख रहे है | लिहाजा लोगों को चिंता होना लाजिमी है |

इसी चिंता के समाधान के लिए शिव की नगरी काशी में गंगा की धार में शहनाई बजाकर सूर्य देव को अपनी ताप काम करने और इंद्र देव को बरसने के लिए पूजा और वादन का सहारा लेते हुए भगवान शिव का जलाभिषेक करने के साथ ही राग मल्हार बजाया गया |

भले ही सुबह का मौसम कुछ राहत भरा हो लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान से आग बरसना शुरू हो जा रहा है | काशी में मौसम की बेरुखी का आलम है कि लोग भगवान सूर्य के ताप बुरी तरह से परेशान हैं |

 

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राहत के तमाम उपाय बेकार साबित हो रहे हैं | सभी को इन्तजार है तो बस बारिश का जिसके आसार दिख नहीं रहे हैं | लिहाजा बरसात के लिए अब लोग भगवान के शरण में जा पहुंचे है | लेकिन शायद बारिश के देवता इंद्र तक यह पुकार पहुँच ही नहीं रही है |

 

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