राम मंदिर मामलाः स्वामी परमहंस दास ने ली न्यायालय की शरण

रिपोर्ट- रूपेश श्रीवास्तव

अयोध्या- अयोध्या पुलिस से निराश तपस्वी छावनी के संत स्वामी परमहंस दास ने न्यायालय की शरण ली है।बाबरी मस्जिद मामले के मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने के लिए स्वामी परमहंस दास ने जेएम द्वितीय न्यायालय में धारा 156/3 के तहत याचिका दाखिल की है।

मामले की सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी।मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने के लिए स्वामी परमहंस दास ने थाना राम जन्मभूमि में तहरीर दी थी और इसके लिए स्वामी परमहंस दास ने अनशन भी किया था लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।

जिसके बाद परमहंस को न्यायालय की शरण लेनी पड़ी।दरअसल एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब में स्वीकार किया था कि 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों पर बम फेंका गया था। यही नहीं यह भी कहा था कि अगर फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया तो वह एक ईंट भी विवादित स्थल पर हिंदुओं को नहीं रखने देंगे ।

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जिसके बाद इस स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो के आधार पर स्वामी परमहंस दास ने मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाना राम जन्मभूमि तहरीर दी थी और मुकदमा दर्ज कराने के लिए अनशन भी किया था लेकिन जब स्वामी परमहंस दास की पुलिस ने जब नहीं सुनी तो उन्हें मजबूर होकर न्यायालय की शरण में जाना पड़ा।

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