
REPORT-VIJAY KUMAR/MUZZAFFARNAGAR
मुज़फ्फरनगर अयोध्या राम मंदिर को लेकर आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले जहा मुज़फ्फरनगर पुलिस अलर्ट मोड़ में आ गयी है वहीं मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा हिन्द ने भी भाई चारे की मिशाल पेश करते हुए आगामी आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शांति बनाए रखने के लिए जनपद के जमीयत से जुड़े तमाम ओहदेदारों की बैठक की व फैसला जो भी आये उसे स्वीकार कर उस पर शांति बनाए रखने की अपील की ।
जमीयत ने युवाओं से सोशल मीडिया पर फैसले को लेकर कोई भी टिप्पणी ना करे। जमीयत उलेमा हिन्द ने कल जुमे की नमाज के बाद सभी मस्जिदों में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करने की अपील करने की जिम्मेदारी जमीयत के ओहदेदारों को दी ।
जमीयत उलेमा हिन्द के प्रदेश महासचिव मौलाना नजर ने बताया कि यह मीटिंग आज हमने इसलिए की है क्योंकि बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि का फैसला कभी भी किसी भी वक्त आ सकता है कल जुम्मा है हमने एक अपील शहर में की है और अपने पूरे मुजफ्फरनगर जिले के लिए और वह जो अपील जो हमने शायर की है.
वह हमने अलाइव वालों को भी दी है कि पूरे जिले में अमन और शांति बनी रहे फैसला जो भी आए वह फैसला मुसलमानों के पक्ष में आए आतिशबाजी नहीं सोशल मीडिया पर कोई बात ना करें यदि हिंदू भाइयों के पक्ष में आता है सब्र से काम ले जज्बात में ना आए गुस्से में ना आए बल्कि सबर करें यह समझे जो फैसला हुआ है.
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अल्लाह को ऐसी ही मर्जी है अल्लाह के मर्जी के बिना कोई पत्ता नहीं मिलता है हर हालत में फैसला जो भी आए हमें अपने जिले में अमन ओमान कायम रखना है वहीदा है देने के लिए अपने जिले के मुस्तरी कौनो से जिम्मेदार लोगों को बुलाया था ताकि वे अपनी जगह दे अपनी जगह पर जाकर यह हिदायत लोगों को दे दे हमने उस पर भी अपील की है और वही लेटर हमने उर्दू और हिंदी भाषा में छपवाया है.
उसमें भी हम लोगों से यही अपील कर रहे हैं कि भाई आप सोशल मीडिया पर गलत इस्तेमाल करेंगे संगीन धाराओं में आप के खिलाफ मुकदमा होगा आप बगैर मतलब के जेल जाएंगे इसलिए जो भी फैसला आ रहा है उस फैसले का सम्मान करना चाहिए इसलिए जो भी वह फैसला सुप्रीम कोर्ट का फैसला है सुप्रीम कोर्ट के बाद हिंदुस्तान में कोई कोर्ट नहीं है।