योगी सरकार के सड़क निर्माण के सपने को लगा पलीता, नगरपालिका और लोकनिर्माण विभाग की एक और लापरवाही…
रिपोर्ट- दिलीप बाजपेयी
महोबा । एक तरफ जहां योगी सरकार सूबे में बेहतर सड़कें बनाने के दावे कर रही है तो वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत नगरपालिका व लोकनिर्माण विभाग के नाकारापन व लापरवाही की गवाही दे रही है, जी हाँ हम बात कर रहे हैं महोबा शहर की जहाँ की सड़कें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब मुख्यालय का ये हाल है तो ग्रामीण क्षेत्रों का तो भगवान ही मालिक है |
ये तस्वीरें महोबा शहर के सदर तहसील चौराहे की हैं सरकारें बदलीं नगरपालिका अध्यक्ष भी बदले लेकिन यह सड़क बीते कई वर्षों से बदहाल है आलम ये है कि नाले का गंदा पानी सड़क पर भरा हुआ और स्कूली बच्चे व आमजनमानस यहीं से निकलने को मजबूर है अंधेर की बात तो यह है कि सदर तहसील के अधिकारी और चन्द कदम की दूरी पर स्थित नगरपालिका के जिम्मेवारों को न तो इस सड़क के गड्ढे दिखाई देते हैं और न ही सड़क पर भरा नाले का पानी |
कुछ यही हाल महोबा से मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थल खजुराहो को जाने वाली सड़क का भी है कई सालों से यह सड़क जर्जर पड़ी हुई है लेकिन आज तक किसी ने भी इसकी सुध लेने मुनासिब नहीं समझा |
बड़ा सवाल तो यह है कि सरकार के अधिकारी ही सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं और सीएम की कई बार की चेतावनी के बाद जिले की सड़कें बदहाल और जर्जर हैं, मुख्यालय की सड़कें नगरपालिका व लोक निर्माण विभाग के नाकारापन व लचर कार्यप्रणाली की मात्र बानगी है |
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आखिर जनपदवासियों को कब बेहतर सड़कें मिलेंगी या फिर हर बार की तरह अब भी सिर्फ कागजों में सड़कों के गड्ढे भर जाएंगे |