भर्ती घोटाला! किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को लेकर जारी हुआ ये आदेश

Report – awanish kumar

लखनऊ- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में कई अनियमितताएं आने पर राज्यपाल ने सख्ती दिखाई है, इस सख्ती के बाद केजीएमयू के कुलपति ने दंत संकाय में परचा लिक मामले और सीनियर रेजीडेंटों की भर्ती मामले की रिपोर्ट मांगी है। पेपर लिक मामले में तकनीकी पहलु को भी सामने रखने का आदेश हुआ है।

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों में घिरा है। अब 312 सीनियर रेजिडेंट की भर्ती में आरक्षण के उल्लंघन और दंत संकाय में ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामला फिर गरमा रहा है। राज्यपाल की सख्ती के बाद कुलपति एमएलबी भट्ट ने पेपर लिक मामले में जाँच टीम से तकनीकी रिपोर्ट मांगी है।

साथ ही यह स्पष्ट करने का आदेश दिया है कि मामले में असल आरोपी कौन है। जाँच टीम को एक हफ्ते में रिपोर्ट सौपनी है जिससे मामले की जाँच को और आगे बढ़ाया जा सके। मामले में केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ सुधीर सिंह ने कहा कि जाँच तकनीकी रिपोर्ट मांगी गयी है, रिपोर्ट में जो आधार होगा उसके तहत करवाई होगी।

केजीएमयू के 312 सीनियर रेजिडेंट की भर्ती में आरक्षण के उल्लंघन का मामला राजभवन पहुंचने और राज्यपाल की ओर से रिपोर्ट मांगने के बाद मामले में जाँच प्रक्रिया में तेजी लाने के आदेश हुए हैं। अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ ने मुद्दा उठाया था की जुलाई में सीनियर रेजिडेंट की भर्ती परीक्षा केजीएमयू में हुई थी और अगस्त के शुरुआती सप्ताह में सभी की जॉइनिंग हुई।

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यूजीसी की ओर से विभागवार आरक्षण खत्म कर दिया गया था जबकि यह भर्ती विभागवार आरक्षण के आधार पर कर रहा है। इससे 76 प्रतिशत सीनियर रेजिडेंट के पद सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को मिल गए हैं। इसलिए इस पर रोक लगाई जाए। मामले में केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ सुधीर सिंह का कहना है कि सभी विध्वविद्यालय में जो मानक रखे गए हैं उसी आधार पर भर्ती प्रक्रिया हुई है।

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