बेक्सिट समझौते को लेकर यूके के मंत्री का इस्तीफा, जनमत संग्रह की मांग

लंदन। ब्रिटेन के विश्वविद्यालय और विज्ञान मंत्री सैम गिमाह ने थेरेसा मे के यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ ब्रेक्सिट समझौते को लेकर उनकी सरकार से इस्तीफा दे दिया है। गिमाह ने बेक्सिट समझौते को सिर्फ नाम का समझौता बताया और इसको लेकर दूसरी बार जनमत-संग्रह करवाने की मांग की।

सैम गिमाह

कंजरवेटिव पार्टी के सांसद गिमाह ने कहा कि ईयू के स्ट्रेटजिक सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम, गैलीलियो में सतत भागीदार हासिल करने में मे की सरकार की अक्षमता उनके ब्रेक्सिट समझौते के तहत होने वाली निराशा का सिर्फ पूर्व अनुभव है।

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गिमाह ने शुक्रवार को इस्तीफा देकर ब्रेक्सिट के मसले को लेकर मे की सरकार को छोड़ने वाले सातवें मंत्री बन गए। गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने 11 दिसंबर को संसद में होने वाले मतदान में प्रधानमंत्री के विफल रहने पर जनता के विचार को जानने के लिए जनमत-संग्रह करवाने की मांग की।

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गिमाह ने शनिवार को एक सार्वजनिक बयान में कहा, “मैं सरकार के समझौते को समर्थन नहीं कर सकता। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।” उन्होंने कहा कि समझौत से हम अपने आपको राजनीतिक और आर्थिक रूप से आने वाले दशकों में पंगु बना लेंगे।

गिमाह ने बीबीसी रेडियो 4 टुडे कार्यक्रम को बताया, “हरसंभव विकल्प के लिए हाउस ऑफ कॉमंस में गतिरोध है जिसका अभिप्राय यह है कि लोगों को निर्णय करने देना। हमें मालूम है कि यह छोड़ने वालों और रहने वालों दोनों के लिए सबसे उचित रास्ता है।”

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