फर्जी पेंशन लेने वालों की जांच कराएगी सरकार

सरकारदेहरादून। सरकार द्वारा प्रदेश के दिव्यांगों को पेंशन प्रदान किया जाता है जिनमें से कई ऐसे फर्जी लोग है जो इस पेंशन का लाभ उठाते है। पहली बार इन फर्जी पेंशनर्स की जांच हुई है। फर्जी दिव्यांग पेंशनर्स की पहली जांच पर शासन ने पर्दा डाल दिया है और अब अपर सचिव ने नए सिरे से दोबारा जांच करने के लिए निदेशक को पत्र जारी किया है। जांच पूरा करने के लिए अपर सचिव ने चार सितंबर तक का समय दिया है।

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एक माह पहले अपर सचिव समाज कल्याण मनोज चंद्रन ने समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर दो हजार लोग ऐसे पकड़े थे, जिनके पेंशन में दो बार नाम दर्ज थे और इन्हें विभाग की ओर से दिव्यांग पेंशन जारी की जा रही थी। अपर सचिव ने विभाग को इन सबकी जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। निदेशक समाज कल्याण के निर्देश पर आइटी सेल के प्रभारी एवं दून के जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर को जांच सौंपी गई। उन्होंने एक सप्ताह पूर्व अपनी जांच रिपोर्ट अपर सचिव को सौंप दी, मगर शासन ने इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया। जबकि सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि कई लोग फर्जी तरीके से दिव्यांग पेंशन ले रहे हैं। हालांकि, यह संख्या दो हजार से कम थी।

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अब शासन ने नए सिरे से जांच कराने का फैसला लिया है। इस बावत अपर सचिव मनोज चंद्रन का कहना है कि अब जांच निदेशक समाज कल्याण वीएस धनिक कर रहे हैं। उन्हें जांच पूरी कर चार सितंबर तक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है। जिससे जल्द कार्रवाई की जा सके। उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामले पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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