
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में लेखपाल भर्ती में आरक्षण नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया। विपक्ष का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण का सही ढंग से पालन नहीं हुआ, जिससे पिछड़े वर्गों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
यह हंगामा उस समय चरम पर पहुंच गया जब उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सदन में जवाब दे रहे थे। विपक्षी सदस्य वेल में उतर आए और जोरदार नारेबाजी करने लगे।
विपक्षी दलों ने दावा किया कि लेखपाल भर्ती में आरक्षण नीति का उचित अनुपालन नहीं किया गया, जिससे ओबीसी और अन्य पिछड़े वर्गों को नुकसान पहुंच रहा है।
इस पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट जवाब देते हुए कहा कि सरकार पिछड़ों के अधिकारों से कोई समझौता नहीं करेगी और आरक्षण में किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। विपक्ष को याद रखना चाहिए कि यह सरकार आरक्षण विरोधी नहीं है।”
मौर्य ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “सच सुनने की हिम्मत दिखाओ और अगर साहस है तो पूरा सच सुनिए।”
हालांकि विपक्ष ने मुद्दे पर अपना विरोध जारी रखा, लेकिन उपमुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार किसी भी गड़बड़ी को सहन नहीं करेगी और मामले की गहन जांच कराई जाएगी।




