फर्जी कोरोना टेस्टिंग मामला : पूर्व CM ने की न्यायिक जांच की मांग, SIT पर भरोसा नहीं

कुंभ में फर्जी कोरोना टेस्टिंग पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस पर SIT का गठन किया है हालांकि मैं इसकी न्यायिक जांच चाहता था। ये अंतरराज्यीय मामला है और क्योंकि SIT में छोटी श्रेणी के अफसर हैं इसलिए लोग ये शक कर सकते हैं कि जांच सही होगी या नहीं।

पूर्व सीएम रावत ने कहा है कि हरिद्वार कुंभ मेला के दौरान होने वाली फेक कोरोना टेस्टिंग हत्या के प्रयास के अपराध के समान है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश देने की बात कही है। साथ ही कहा है कि लोगों को यह भी बताना चाहिए कि यह घोटाला कब हुआ।

आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के बीच हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन 1 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल के बीच किया गया था। इस दौरान जाली नंबरों और पतों के साथ करीब 1 लाख कोरोना टेस्ट नकली निकले हैं।

कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टेस्टिंग के लिए हरिद्वार, देहरादून, रुड़की और हरियाणा की 11 लैब को सूचीबद्ध किया था। इनमें से हरियाणा की 2 प्राइवेट लैब ने कुंभ मेले के आयोजन के दौरान 1 लाख से ज्यादा रैपिड एंटीजन टेस्ट किए थे, इनमें से अधिकतर टेस्ट निगेटिव थे।

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